भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारत की अधिक सक्रिय भूमिका चाहता है ASEAN
आसियान नेताओं ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने में भारत के बढ़ते कद को स्वीकार किया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। आसियान के सभी दस देशों के नेता सामरिक रूप से महत्वपूर्ण भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारत को अधिक सक्रिय भूमिका में देखना चाहते हैं। आसियान नेताओं ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने में भारत के बढ़ते कद को स्वीकार किया है।
शुक्रवार को यहां एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान जब पूछा गया कि क्या शक्तिशाली आसियान समूह के नेताओं ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारत की अधिक सक्रिय भूमिका निभाने का समर्थन किया है, तब विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) प्रीति सरन ने उत्तर दिया, 'हां।' उन्होंने कहा, 'सभी नेताओं ने भारत की अधिक भागीदारी (भारत-प्रशांत क्षेत्र में) के लिए अपनी इच्छा व्यक्त की है।' भारत-प्रशांत वह क्षेत्र है, जहां चीन अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहा है।
चीन और दक्षिण चीन सागर विवाद पर आसियान के कई देशों के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर समूह के नेताओं का भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारत की बड़ी भूमिका की इच्छा जताना महत्वपूर्ण है। भारत-प्रशांत मोटे तौर पर हिंद महासागर और प्रशांत महासागर क्षेत्रों से संबंधित है। इसमें विवादित दक्षिण चीन सागर भी शामिल है, जहां वियतनाम, मलेशिया, फिलीपींस और ब्रुनेई, लगभग पूरे जलमार्ग पर चीन के दावे पर सवाल उठाते हैं।