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सियासत से बढ़ा अटाली का पाराः ओवैसी के बाद सीपीएम नेता ने भी दी दस्तक

गांव अटाली में दो समुदायों के बीच हुए तनाव के बाद अब वहां आल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल मुसलमीन के मुखिया असददुद्दीन ओवैसी पहुंचे। वे यहां शिविर में रह रहे लोगों से मिले और उनका दुख बांटा। इस दौरान ओवैसी ने संप्रदाय विशेष के लोगों के घर जलाने वालों की शीघ्र

By anand rajEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2015 12:02 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2015 03:41 PM (IST)
सियासत से बढ़ा अटाली का पाराः ओवैसी के बाद सीपीएम नेता ने भी दी दस्तक

फरीदाबाद। गांव अटाली विवाद अब राजनीति की आग में झुलसने लगा है। सोमवार सुबह विवादास्पद मुस्लिम नेता आल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल मुसलमीन के मुखिया असद्दीन ओवैसी संप्रदाय विशेष के लोगों से मिलने बल्लभगढ़ पहुंचे, तो दोपहर को सीपीएम सांसद तपन सैन ने घायलों का हालचाल पूछा।

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इससे पहले ओवैसी ने बल्लभगढ़ शहर थाना में बने अस्थायी शिविर में रह रहे संप्रदाय विशेष के लोगों से चर्चा की और इसके बाद वे पुलिस आयुक्त सुभाष यादव से मिले। बाद में पत्रकारों से बातचीत में ओवैसी ने कहा कि प्रशासन ने उन्हें विश्वास दिलाया है कि हमला करने वालों की गिरफ्तारी अवश्य की जाएगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के मद्दनेजर संप्रदाय विशेष के लोग तभी गांव वापस लौटेंगे जब उन्हें उनका मुआवजा मिलेगा और मौके पर ही धार्मिक स्थल का निर्माण होगा। इसके अलावा आरोपियों की गिफ्तारी की जाएगी।

उन्होंने कहा कि वे दिल्ली से अटाली के संप्रदाय विशेष के लोगों की कानूनी मदद के लिए एक वकील भी भेजेंगे, ताकि कानून की दृष्टि से आरोपियों के खिलाफ एफआइआर करवाई जा सके। सूत्रों की मानें, तो ओवैसी के संगठन आल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल मुसलमीन की तरफ से अटाली में घायल हुए लोगों के उपचार व जले हुए घर सुधारने के लिए मुआवजा की राशि भी गुपचुप तरीके से बांटी गई है। इसके लिए आल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल मुसलमीन की तरफ से हैदराबाद से आए यामीन खान ने प्रभावित लोगों के नुकसान का सर्वे भी किया था। इसमें 30 परिवारों को दंगा पीड़ित आंका गया था।
सोमवार दोपहर में सीपीएम के सांसद तपन सैन ने शहर थाना में पीड़ितों से मिले और उन्होंने सीधे-सीधे केंद्र व राज्य में भाजपा की सरकार पर आरोप लगाया कि जब से भाजपा सरकार देश में बनी है तब से दंगों में बढ़ोतरी होने लगी है। अटाली का दंगा भी एक सोची समझी रणनीति के तहत साजिशन हुआ है। अन्यथा 50 साल से एक ही गांव में सौहार्दपूर्ण वातावरण में रह रहे लोगों पर हमला करने के लिए दंगाईयों के पास गैस सिलेंडर कहां से आते। उन्होंने दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी करने की मांग की। तपन सैन ने विवाद सुलझाने के लिए शासन-प्रशासन के प्रयासों को नाकाफी बताया।
बता दें, गांव अटाली में 25 मई को धार्मिक स्थल निर्माण को लेकर दो समुदायों के बीच हुए विवाद में संप्रदाय विशेष के करीब 15 मकान व घर जला दिए गए। इसमें सात लोग घायल भी हुए। प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर पीड़ित परिवारों को बल्लभगढ़ शहर थाना में रखा हुआ है।गांव अटाली में दो समुदायों के बीच हुए तनाव के बाद अब वहां आल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल मुसलमीन के मुखिया असददुद्दीन ओवैसी पहुंचे। वे यहां शिविर में रह रहे लोगों से मिले और उनका दुख बांटा। इस दौरान ओवैसी ने संप्रदाय विशेष के लोगों के घर जलाने वालों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने धार्मिक स्थल वहीं बनाने की बात भी दोहराई।

इससे पहले रविवार को मामले को सुलझाने के लिए केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद बल्लभगढ़ पहुंचे थे। इन लोगों ने दोनों पक्षों से मुलाकात की और उम्मीद जताई कि जल्द ही हालात सामान्य हो जाएंगे।

बता दें कि बीती 26 मई को करीब 2,000 सशस्त्र व्यक्तियों ने अटाली गांव के कई मुस्लिम परिवारों के घरों और दुकानों को आग लगा दी । एक घंटे तक चली खुलेआम लूटपाट में कई मुस्लिम परिवारों का सब कुछ जलकर ख़ाक हो गया। 15 से भी अधिक लोग बुरी तरह घायल हुए। गांव के करीब 150 मुस्लिम परिवार बेघर होकर पुलिस थाने में शरण लेने को मजबूर हो गए।

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