फरार साई ने विज्ञापन देकर खुद पर लगे आरोपों को झूठ बताया
यौन शोषण के मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए भागते फिर रहे आसाराम के पुत्र नारायण साई की तलाश में सूरत पुलिस की छह टीमें बृहस्पतिवार को छापेमारी में जुटी रहीं, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली। दो सगी बहनों द्वारा पिता-पुत्र के खिलाफ दर्ज कराए गए यौन उत्पीड़न के मामले में आसाराम को पूछताछ के लिए हिरासत में लेने वारंट के साथ पहुंची गुजरात पुलिस ने जोधपुर की जिला अदालत का दरवाजा खटखटाया, लेकिन अदालत ने मामले की सुनवाई शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी। इस बीच साई ने अपने वकील के जरिये स्थानीय गुजराती अखबार 'गुजरात गार्जियन' और 'गुजरात मित्र' में विज्ञापन देकर खुद पर लगे आरोपों को झूठा बताया है।
सूरत, [संजय सिंह]। यौन शोषण के मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए भागते फिर रहे आसाराम के पुत्र नारायण साई की तलाश में सूरत पुलिस की छह टीमें बृहस्पतिवार को छापेमारी में जुटी रहीं, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली। दो सगी बहनों द्वारा पिता-पुत्र के खिलाफ दर्ज कराए गए यौन उत्पीड़न के मामले में आसाराम को पूछताछ के लिए हिरासत में लेने वारंट के साथ पहुंची गुजरात पुलिस ने जोधपुर की जिला अदालत का दरवाजा खटखटाया, लेकिन अदालत ने मामले की सुनवाई शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी। इस बीच साई ने अपने वकील के जरिये स्थानीय गुजराती अखबार 'गुजरात गार्जियन' और 'गुजरात मित्र' में विज्ञापन देकर खुद पर लगे आरोपों को झूठा बताया है।
पढ़ें : दिल्ली: आसाराम का आश्रम हटाने की तैयारी
नारायण साई के खिलाफ लुकआउट नोटिस
न्यायिक हिरासत खत्म होने की वजह से जोधपुर की अदालत में सभी अभियुक्त पेश किए गए थे। अदालत ने आसाराम की सहयोगी संचिता गुप्ता उर्फ शिल्पी और शिवा की जमानत याचिका खारिज कर दी। आसाराम को एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के मामले में अगस्त में गिरफ्तार किया गया था। पिछले 40 दिनों से वह जोधपुर जेल में हैं। जोधपुर के पुलिस उपायुक्त अजय पाल लांबा ने कहा कि जोधपुर पुलिस आश्रम से जुड़ी सभी तहकीकात पूरी कर चुकी है और वह गुजरात पुलिस को हर तरह का सहयोग देगी। नारायण साई ने विज्ञापन में कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही हैं। साई के वकील गौतम देसाई ने कहा कि उनकामुवक्किल अग्रिम जमानत के लिए शुक्रवार या शनिवार को अदालत में याचिका दायर करेगा।
दूसरी ओर, आसाराम और उनके बेटे की ओर से दो सगी बहनों द्वारा दर्ज कराए गए मामले को खारिज कराने के लिए गुजरात हाई कोर्ट में याचिका भी दाखिल की गई है। याचिका पर अगले कुछ दिनों में सुनवाई हो सकती है।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर