Move to Jagran APP

आसाराम की संपत्ति जानकर दंग रह जाएंगे आप, जांच में हुआ खुलासा

आयकर विभाग की जांच में पता चला है कि जेल में बंद आसाराम बापू ने आयकर विभाग से लगभग 2300 करोड़ रुपये की संपत्ति को छिपा कर रखा था।

By kishor joshiEdited By: Published: Wed, 22 Jun 2016 08:07 AM (IST)Updated: Wed, 22 Jun 2016 01:58 PM (IST)
आसाराम की संपत्ति जानकर दंग रह जाएंगे आप, जांच में हुआ खुलासा

मुंबई। आयकर विभाग (आईटी) ने जेल में बंद धर्मगुरू आसाराम बापू द्वारा नियंत्रित चैरिटेबल ट्रस्टों को मिलने वाली छूट को रद करने की सिफारिश की है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, आयकर विभाग की जांच में पता चला है कि आसाराम ने 2008-09 से लगातार 2,300 रुपये की अघोषित आय को आयकर विभाग से छुपाए रखा था।

loksabha election banner

आयकर विभाग की जांच में कई ऐसे 'बेनामी निवेश' का पता चला है जिनका संबंध आसाराम और उनके उनके शिष्यों से है। ये निवेश रियल स्टेट, म्यूचअल फंड्स, शेयर, किसान विकास पत्र, और फिक्स डिपोजिट के रूप में किए गये हैं जिनकी कीमत करोड़ों रूपये की है। आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है कि इनमें से अधिकतर निवेश कोलकाता स्थित उन सात निजी कंपनियों के द्वारा किया गया है जिन्हें या तो आसाराम द्वारा अधिग्रहित किया गया था या उनके शिष्यों द्वारा।

पढ़ें- इलाज के लिए केरल जाना चाहते हैं आसाराम

आयकर विभाग की जांच शाखा की तरफ से तैयार की गई एक मूल्यांकन रिपोर्ट में यह बात भी निकलकर सामने आई है कि आसाराम ने अपने अनुयायियों के माध्यम से कथित तौर पर एक उधार योजना चलाई थी जो प्रमुख बिल्डरों सहित आम लोगों और संस्थाओं को 1 से 2 प्रतिशत की मासिक ब्याज दर पर नकद ऋण प्रदान करती थी। आयकर सूत्रों का कहना है कि आसाराम और उनके अनुयायियों ने 1991-92 से पूरे भारत में 1400 से अधिक लोगों को ऋण के तौर पर 3,800 करोड़ रुपए वितरित किए हैं। मूल्यांकन रिपोर्ट को विभाग को भेज दिया गया है जो इस पर टैक्स का सही आंकलन करेगा।

आयकर विभाग के सूत्रो ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया "लोन के रूप में पैसा पोस्ट डेटेड चेक, नकद और भूमि खरीद के रुप में उधार दिया था। हमें शक है कि आश्रमों द्वारा प्राप्त दान को छुपाने के लिए आसाराम और उसके अनुयायियों द्वारा इस योजना को संचालित किया गया था।" आपको बता दें कि एक 16 वर्षीय लड़की से यौन उत्पीड़न के आरोप में आसाराम 2013 से जोधपुर की जेल में बंद हैं।

पढ़ें- आसाराम के सेवकों ने महिला पुलिस अधिकारी के मर्डर के लिए इकट्ठा किए थे 25 लाख

आईटी जांच में हुए खुलासे के बाद संत श्री आसारामजी आश्रम की प्रवक्ता नीलम दुबे ने बताया, "यह बापूजी के खिलाफ एक साजिश होने के साथ-साथ हिंदू धर्म के खिलाफ सीधा आक्रमण है। बापूजी के पास कोई संपत्ति नहीं है। यहां तक कि उनके पास अपनी कार भी नहीं हैं। यह संपत्ति ट्रस्ट के नाम पर है। वह विश्व के सबसे बड़े संत हैं। वो पिछले 3 वर्षों से जेल में हैं लेकिन उनके खिलाफ अभी तक कोई आरोप साबित नहीं हो पाया है।"

वहीं आसाराम के वकील चंद्रशेखर गुप्ता ने बताया, "मैं आयकर से संबंधित मामलों पर कुछ नहीं कह सकता हूं क्योंकि में केवल आसाराम के खिलाफ दर्ज हुए आपराधिक मामलों को देख रहा हूं।"

पढ़ें- आसाराम को व्हील चेयर पर देख समर्थकों के निकले आंसू


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.