लॉकडाउन हटते ही पर्यटन से जुड़ी गतिविधियां भी होंगी तेज, जानिए सरकार की क्या है प्लानिंग
पर्यटन क्षेत्र को खड़ा करने के लिए इसके अलावा और भी जिन कदमों पर जोर दिया जा रहा है उनमें घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देना शामिल है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना के चलते पूरी तरह से ठप पड़े पर्यटन क्षेत्र को फिर से गति देने की कोशिशें शुरु हो गई है। हालांकि इसके लिए लॉकडाउन के पूरी तरह से खत्म होने या पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों को छूट मिलने का इंतजार है। लेकिन इससे पहले पर्यटन क्षेत्र के लिए एक स्टैंडर्ड प्रोटोकाल को भी तैयार करने का काम किया जा रहा है। जिसके तहत ही देश में पर्यटकों को आने-जाने की इजाजत होगी। साथ ही इस प्रोटोकाल के दायरे में होटल, रेस्टोरेंट, गाइड, टूर और ट्रेवेल्स आपरेटरों आदि को भी रखा जा रहा है। ताकि सुरक्षा मानकों का पूरी तरह से पालन हो सके।
घरेलू पर्यटन को मिल सकता है बढ़ावा
पर्यटन क्षेत्र को खड़ा करने के लिए इसके अलावा और भी जिन कदमों पर जोर दिया जा रहा है, उनमें घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देना शामिल है। वैसे भी पर्यटन मंत्रालय इन दिनों 'देखो अपना देश' नाम से एक आनलाइन मुहिम भी छेड़ रखी है, जिसमें वह लोगों को हर दिन देश के किसी एक प्रमुख पर्यटन स्थल का आनलाइन दर्शन कराती है। मंत्रालय ने इसी तर्ज पर टूर आपरेटरों से अब ऐसे पैकेज तैयार करने की सलाह दी है, जो स्थानीय या फिर आस-पास के शहरों के हो। साथ ही ऐसे हो, जिन्हें एक दिन में देखकर वापस लौटा जा सके। मंत्रालय ने इस सिलसिले में टूर और ट्रेवल्ट आपरेटरों के साथ पर्यटन क्षेत्र से जुड़े अहम लोगों से चर्चा भी की है।
यातायात के दूसरे साधनों को अनुमति देने की तैयारी
पर्यटन मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक जिस तरीके से ट्रेनों के बाद यातायात के दूसरे साधनों को भी अनुमति देने की तैयारी है, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में सूने पड़े पर्यटन स्थल फिर से गुलजार होंगे। हालांकि इसके अचानक से बढ़ने की उम्मीद कम है, क्योंकि जिस तरीके से कोरोना के संक्रमण का खतरा बना हुआ है, उसमें फिलहाल लोगों के बाहर निकलने में समय लगेगा। हालांकि इस बीच पर्यटन मंत्रालय ने राज्यों के साथ मिलकर इसे तेजी से बढ़ाने का भी एक खाका तैयार करने में जुटी हुई है। इनमें जिन राज्यों को फिलहाल चिन्हित किया है, उनमें उत्तर प्रदेश, केरल, तमिलनाडू, राजस्थान, आंध्र प्रदेश जैसे राज्य शामिल है।