कर्नाटक में 1400 प्रवासियों को घर पहुंचाने के लिए सरकार ने की मदद, स्पेशल बस से भेजा गया घर
कर्नाटक में लगभग 1400 प्रवासियों को बसों से उनके जिले में पहुंचाया गया है। दरअसल हुबली में एक ईंट की कंपनी में यह प्रवासी काम करते हैं। लॉकडाउन के चलते सभी वहां फंसे हुए थे।
बेंगलुरु, एएनआइ। इस वक्त देश में कोरोना वायरस लॉकडाउन लगा हुआ है। ऐसे में देश के कोने-कोने में लोग अपने घरों से दूर फंसे हुए हैं। ऐसे लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए सरकार की तरफ से हरसंभव मदद की जा रही है। अब कर्नाटक में लगभग 1400 प्रवासियों को बसों से उनके जिले में पहुंचाया गया है। दरअसल, हुबली में एक ईंट की कंपनी में यह प्रवासी काम करते हैं। लॉकडाउन के चलते सभी वहां फंसे हुए थे।
कोविड-19 टास्क फोर्स के नोडल ऑफिसर डॉ. पुरुषोत्तम ने कहा, “हमारे पड़ोसी जिले के ईंट निर्माण इकाइयों में काम करने वाले आठ पड़ोसी जिलों के कुल 1473 मजदूरों को 74 बसों द्वारा उनके निवास पर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि 876 मजदूर कलबुर्गी से हैं जहां पर 44 बसें भेजी गई। वहीं विजयपुरा में 27 बसे भेजी गई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए सभी लोगों को उनके निवास पर पहुंचाया गया है।
देशभर में लॉकडाउन 2.0 को दो हफ्ते के लिए बढ़ा दिया है। ऐसे में नए दिशा-निर्देश के साथ लॉकडाउन 3.0 चार मई से लागू होगा। बता दें कि इस वक्त देश बेहद ही गंभीर स्थिति से गुजर रहा है। लॉकडाउन 2.0 खत्म होने में महज दो दिन शेष हैं, लेकिन इसके साथ ही चार मई से लॉकडाउन 3.0 शुरू होगा, जो 17 मई तक चलेगा। इस वक्त देश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 1000 के पार पहुंच गया है वहीं संक्रमितों का आंकड़ा 37 हजार के पार पहुंच गया है। गौरतलब है कि केरल की ऐसा पहला राज्य है जहां पर सबसे पहले कोरोना के तीन संक्रमित मामले सामने आए थे हालांकि कोरोना वायरस से पहली मौत कर्नाटक राज्य में हुई थी।
चीन के वुहान से फैले इस वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है, ऐसे में सभी लोग कोरोना संकट से जूझ रहे हैं। इस वक्त भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया कोरोना कहर का सामना कर रही है। पूरी दुनिया में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 2 लाख के पार पहुंच गया है वहीं संक्रमितों का आंकड़ा 31 लाख के पार पहुंच गया है।