हफ्ते भर से जारी मुठभेड़ में एक और जवान शहीद
उत्तरी कश्मीर में एलओसी से करीब 15 किलोमीटर भीतर कलारूस (कुपवाड़ा) में आतंकियों से लोहा लेते हुए शनिवार को एक और सैन्यकर्मी शहीद हो गया। इसके अलावा दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। फिलहाल, घेराबंदी तोड़कर भागे आतंकियों की धरपकड़ के लिए सेना ने हेलीकॉप्टर और खोजी कुत्तों की मदद से सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। शहीद जवान की पहचान मंगल बाजार छावनी, भिलाई, छत्तीसगढ़ निवासी चुम्मन यादव के रूप में हुई है।
जागरण ब्यूरो, श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर में एलओसी से करीब 15 किलोमीटर भीतर कलारूस (कुपवाड़ा) में आतंकियों से लोहा लेते हुए शनिवार को एक और सैन्यकर्मी शहीद हो गया। इसके अलावा दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। फिलहाल, घेराबंदी तोड़कर भागे आतंकियों की धरपकड़ के लिए सेना ने हेलीकॉप्टर और खोजी कुत्तों की मदद से सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। शहीद जवान की पहचान मंगल बाजार छावनी, भिलाई, छत्तीसगढ़ निवासी चुम्मन यादव के रूप में हुई है।
उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के टंगधार, केरन और करनाह सेक्टर में हालांकि पहली अगस्त से ही आतंकियों के खिलाफ अलग-अलग अभियान चल रहे हैं, लेकिन कलारूस में 24 अगस्त से सैन्य अभियान जारी है। कलारूस अभियान में अभी तक चार आतंकी मारे जा चुके हैं और इस दौरान तीन सैन्यकर्मी भी शहीद हुए हैं।
28 आरआर के जवानों का एक दल कलारूस के जंगल में छिपे आतंकियों की तलाश के दौरान जब गिगल इलाके में एक नाले के पास से गुजरा तो वहां घात लगाए बैठे आतंकियों ने उनपर राइफल ग्रेनेड दागते हुए हमला बोल दिया। जवानों ने भी जवाबी फायर किया। इस दौरान तीन सैन्यकर्मी घायल हो गए। उन्हें तुरंत निकटवर्ती सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ ही देर बाद चमन यादव की मौत हो गई। अन्य दो जवानों की हालत भी चिंताजनक बनी हुई है।
इस बीच, आतंकी घने जंगल की तरफ भाग निकले। सैन्याधिकारियों ने बताया कि जिस इलाके में आतंकी छिपे हैं, वहां आस-पास खानाबदोश गुज्जरों के अस्थायी डेरे भी हैं और आवासीय बस्तियां भी सटी हुई हैं। आतंकी बस्तियों में न दाखिल हो सकें, इसके लिए विशेष एहतियात बरती जा रहा है। बताया जाता है कि तीन से चार आतंकी अभी कलारूस में छिपे हुए हैं।
इस बीच, चिनार कोर के कर्नल पांडेय ने बताया कि कलारूस अभियान लगभग एक सप्ताह से चल रहा है। अन्य अभियान बिल्कुल नियंत्रण रेखा के आसपास ही सीमित हैं, जबकि कलारूस अभियान एलओसी से करीब 15 किलोमीटर अंदर है। इसके अलावा अभी यह भी पुख्ता नहीं हुआ है कि यह आतंकी इसी माह घुसपैठ कर आए हैं या पहले से ही लोलाब और कलारूस में सक्रिय आतंकियों का दल है।
अगले वर्ष शादी होने वाली थी चुम्मन की:
भिलाई। मुठभेड़ में शहीद हुए चुम्मन के परिजनों को शनिवार सुबह फोन पर सेना के द्वारा दी गई। इसके बाद से ही मंगल बाजार क्षेत्र में मातम का आलम है। शहीद चुम्मन यादव भारतीय सेना के राष्ट्रीय रायफल में था।
हैदराबाद में प्रशिक्षण के बाद चुम्मन यादव की पहली पोस्टिंग जम्मू के कुपवाड़ा जिले में हुई थी। शहीद का शव रविवार की सुबह भिलाई पहुंच जाएगा। भिलाई में अंतिम संस्कार से पहले शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा।
चुम्मन छह भाई-बहनों में सबसे छोटा और अविवाहित था। अगले साल उसकी शादी होने वाली थी।
अशोक ने यह बात अपनी मां राधाबाई, पत्नी हीरा बाई को नहीं बताई। इसकी जानकारी अशोक व छोटे भाई ओमप्रकाश के अलावा चुम्मन के दोस्तों को दी गई।