पाकिस्तान को लेकर सेना प्रमुख का बड़ा बयान, कहा- बाज नहीं आ रहा पड़ोसी देश, संघर्ष विराम से दोनों देशों को फायदा
सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि पिछले साल से लागू संघर्ष विराम भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए लाभकारी रहे हैं और सीमा पर हिंसक घटनाओं में काफी कमी आई है। लेकिन पड़ोसी देश का आतंकियों को घुसपैठ कराने का नापाक डिजाइन नहीं बदला है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर की सीमाओं के हालात पर सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि पिछले साल से लागू संघर्ष विराम भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए लाभकारी रहे हैं और सीमा पर हिंसक घटनाओं में काफी कमी आई है। लेकिन पड़ोसी देश का आतंकियों को घुसपैठ कराने का नापाक डिजाइन नहीं बदला है। पाकिस्तानी छद्म युद्ध का यह डिजाइन इसी से जाहिर होता है कि सीमा पार पाक के आतंकी लांच पैड में इस समय भी 300 से 400 आतंकी हैं जिन्हें घुसपैठ कराने का उसका प्रयास है। भारतीय सेना ऐसी कोशिशों को नाकाम करने के लिए पूरी तरह सजग है।
आतंकियों की सभी कोशिशे की नाकाम
सेना प्रमुख ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में राज्य के युवाओं को स्थानीय आतंकी संगठनों के जरिये जोड़ने की भी कोशिश की गई। इसमें नाकामी मिली तो राज्य के अल्पसंख्यकों तथा श्रमिकों को निशाना बनाया गया, मगर इन प्रयासों को भी हमने नाकाम कर दिया। नगालैंड में नागरिकों के साथ हुई सैन्य गोलीबारी की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण मानते हुए जनरल नरवणे ने कहा कि सेना की उच्चस्तरीय जांच रिपोर्ट अगले कुछ दिनों में ही आ जाएगी और इस मामले में कानून के हिसाब से कार्रवाई होगी।
थियेटर कमान पर वायुसेना-नौसेना से चर्चा जारी
तीनों सेनाओं के बीच समन्वय के लिए थियेटर कमान बनाने की दिशा में हो रही पहल का समर्थन करते हुए जनरल नरवणे ने कहा कि वायुसेना और नौसेना के साथ इस मसले पर चर्चा हो रही है। इसमें शक नहीं कि सेनाओं के बीच समन्वय वक्त की जरूरत है, मगर थियेटर कमान के गठन में हम किसी देश के माडल को कापी नहीं करेंगे। भारत की सैन्य जरूरतों के अनुरूप हम अपने हिसाब से इसका स्वरूप तय करेंगे। एनडीए में महिला कैडेटों की इस साल जून से होने वाली भर्ती के मुद्दे पर सेना प्रमुख ने कहा कि उनके प्रशिक्षण से लेकर रहने तक के सभी तरह के इंतजाम के लिए सेना पूरी तरह तैयार है।