दक्षिण-पश्चिमी कमान में मतभेदों को लेकर सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने की वरिष्ठ अधिकारी की नियुक्ति
दक्षिण-पश्चिमी आर्मी कमांड का मुख्यालय जयपुर में है और यह राजस्थान से लेकर पंजाब के कुछ हिस्सों तक की सीमा की पाकिस्तान से देखभाल करता है।मतभेदों को देखने के लिए एक वरिष्ठ लेफ्टिनेंट जनरल की प्रतिनियुक्ति की है।
नई दिल्ली, एएनआइ। दक्षिण-पश्चिमी कमान में विचारों में मतभेदों को लेकर सेना प्रमुख ने एक वरिष्ठ अधिकारी की नियुक्ति की है। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने सेना के कमांडर, दक्षिण पश्चिमी कमान और उनके चीफ ऑफ स्टाफ की भूमिका, चार्टर और कमान मुख्यालय के भीतर विभिन्न नियुक्तियों के कर्तव्यों और कर्तव्यों के बीच मतभेदों को देखने के लिए एक वरिष्ठ लेफ्टिनेंट जनरल की प्रतिनियुक्ति की है।
दक्षिण-पश्चिमी आर्मी कमांड का मुख्यालय जयपुर में है और यह राजस्थान से लेकर पंजाब के कुछ हिस्सों तक की सीमा की पाकिस्तान से देखभाल करता है। यह कार्रवाई सेना कमांडर के साथ-साथ चीफ ऑफ स्टाफ, साउथ वेस्टर्न कमांड द्वारा कमांड मुख्यालय में कुछ कार्यात्मक कठिनाइयों को उजागर करते हुए दिन-प्रतिदिन के काम में बाधा डालने के लिए चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ(COAS) को किए गए अभ्यावेदन के परिणामस्वरूप होती है।
नामित लेफ्टिनेंट जनरल को मुख्यालय की कार्यप्रणाली को कारगर बनाने के लिए उपचारात्मक उपायों सहित एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
बेहतर तकनीक से नाकाम करें दुश्मन के मंसूबे- सेना प्रमुख
लद्दाख में चीन द्वारा पैदा किए गए चुनौतीपूर्ण हालात का सामना करने की तैयारियों के बीच कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे। थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने ने आज अपने दौरे के अंतिम दिन स्थानीय सेना के अधिकारियों के साथ बैठक कर नियंत्रण रेखा के हालात जाने। उन्होंने सीमांत इलाकों में सुरक्षा का जायजा लेने के लिए कई स्थानों पर उड़ानें भी भरी। उन्होंने सीमा की सुरक्षा में तैनात सैन्य अधिकारियों को घुसपैठ की कोशिशें और आतंकवादी गतिविधियों को नाकाम बनाने के लिए प्रभावी ढंग से निपटने के लिए कहा।
थल सेना प्रमुख ने सैनिकों को नई तकनीक के इस्तेमाल से नियंत्रण रेखा पर दिन रात दुश्मन के मंसूबे नाकाम बनाने के लिए कहा है। दो दिवसीय दौरे के पहले दिन कश्मीर के सेना की आपरेशनल तैयारियां का जायजा लेने के साथ थलसेना प्रमुख ने श्रीनगर में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी भेंट की।