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चीन से तनाव के बीच सेना प्रमुख बोले- ऊंचाई वाले इलाकों में सभी महत्‍वपूर्ण स्थानों पर पकड़ बनाए हुए है भारतीय फौज

पूर्वी लद्दाख में चीन से तनाव के बीच सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे का कहना है कि भारतीय सेना मौजूदा वक्‍त में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर ऊंचाई वाले इलाकों में सभी महत्‍वपूर्ण स्थानों पर पकड़ बनाए हुए है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 30 May 2021 06:07 PM (IST)Updated: Sun, 30 May 2021 06:33 PM (IST)
चीन से तनाव के बीच सेना प्रमुख बोले- ऊंचाई वाले इलाकों में सभी महत्‍वपूर्ण स्थानों पर पकड़ बनाए हुए है भारतीय फौज
सेना प्रमुख का कहना है कि सेना LAC पर ऊंचाई वाले इलाकों में सभी महत्‍वपूर्ण स्थानों पर पकड़ बनाए है।

नई दिल्‍ली, पीटीआइ। सेना प्रमुख (Army Chief) जनरल एमएम नरवणे (Gen MM Naravane) का कहना है कि भारतीय सेना मौजूदा वक्‍त में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर ऊंचाई वाले इलाकों में सभी महत्‍वपूर्ण स्थानों पर पकड़ बनाए हुए है। सेना प्रमुख (Gen MM Naravane) ने यह भी कहा कि सीमा पर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में जवान मौजूद हैं। यही नहीं भारतीय सेना (Indian Army) का आधुनिकीकरण भी सही तरीके से चल रहा है।

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जनरल एमएम नरवणे (Gen MM Naravane) ने कहा कि सरकार सेना के आधुनिकीकरण के लिए जरूरी संसाधन मुहैया करा रही है। पिछले वित्त वर्ष से अब तक 21 हजार करोड़ रुपये के ठेकों की पूर्ति हो चुकी है जबकि इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर के लिए कई अन्य खरीद प्रस्ताव प्रक्रिया में हैं। सेना प्रमुख (Gen MM Naravane) ने उन आशंकाओं को खारिज कर दिया कि चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के चलते एलएसी पर ज्‍यादा संसाधन खर्च करने की दरकार है। 

जनरल नरवणे (Gen MM Naravane) ने बताया कि हाल में सामान्य खरीद योजना के तहत 16 हजार करोड़ रुपए से अधिक लागत के ठेके पूरे किए गए है। यही नहीं वित्तवर्ष 2020-21 में पांच हजार करोड़ रुपये के 44 ठेके आपात खरीद योजना के तहत पूरे किए गए। कई पूंजीगत खरीद प्रस्ताव प्रक्रिया में हैं। उनसे पूछा गया था कि क्या सेना के लिए जरूरी आधुनिकीकरण पर पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन के साथ जारी गतिरोध का असर पड़ेगा... 

सेना के आधुनिकीकरण पर आर्मी चीफ (Gen MM Naravane) ने कहा कि हम इस मसले पर किसी समस्या का सामना नहीं कर रहे हैं। सेना प्रमुख का यह बयान ऐसे वक्‍त में सामने आया है जब चीन की बढ़ती आक्रमकता से मुकाबला करने के लिए रक्षा विशेषज्ञ भारतीय सेना का तेजी से आधुनिकीकरण पर जोर दे रहे हैं। गौर करने वाली बात यह भी है कि भारत और चीन के बीच एलएसी पर गतिरोध वाले स्थानों पर तनाव कम करने और सैनिकों की वापसी के लिए 11 दौर की सैन्य वार्ता हो चुकी है... 


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