और एंटनी ने संजय गांधी की ये बात नहीं मानी थी
लगता है अमेरिका की आंखों की किरकिरी बने जूलियन असांजे की विकिलीक्स ने अब कांग्रेसियों का ब्लड प्रेशर बढ़ाने का ठेका ले लिया है। कांग्रेस के सबसे बड़े मिस्टर क्लीन राजीव गांधी को स्वीडिश विमान कंपनी का मध्यस्थ बताने संबंधी अमेरिकी कूटनीतिक केबल के खुलासे के बाद इस िसल ब्लोअर वेबसाइट के निशाने पर अब पार्टी के
नई दिल्ली। लगता है अमेरिका की आंखों की किरकिरी बने जूलियन असांजे की विकिलीक्स ने अब कांग्रेसियों का ब्लड प्रेशर बढ़ाने का ठेका ले लिया है। कांग्रेस के सबसे बड़े मिस्टर क्लीन राजीव गांधी को स्वीडिश विमान कंपनी का मध्यस्थ बताने संबंधी अमेरिकी कूटनीतिक केबल के खुलासे के बाद इसलिए व्हिसल ब्लोअर वेबसाइट के निशाने पर अब पार्टी के दूसरे मिस्टर क्लीन रक्षा मंत्री एके एंटनी हैं। अमेरिकी केबल के आधार पर विकिलीक्स ने दावा किया है कि इमरजेंसी के दिनों में जिस संजय गांधी की तूती बोलती थी, उनको बतौर पार्टी नेता एंटनी ने खुली चुनौती दी थी।
केबल के अनुसार 1976 के गुवाहाटी कांग्रेस सम्मेलन में एंटनी ने न केवल संजय गांधी का साथ देने से इन्कार कर दिया था बल्कि भरी सभा में उनके नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उठा दिया था। असांजे की वेबसाइट का दावा है कि ऐसा करके कांग्रेस के भीतर स्वर्गीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी का खुला विरोध करने वाले वे दूसरे नेता बने। उनसे पूर्व पश्चिम बंगाल के नेता प्रियरंजन दास मुंशी ने संजय गांधी की आलोचना की थी।
विकिलीक्स द्वारा सार्वजनिक किए गए केबल को दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास ने 26 नवंबर 1976 को वाशिंगटन भेजा था। इसमें इमरजेंसी के दौरान संजय के खिलाफ कुछ कांग्रेसियों की गोलबंदी की विस्तार से चर्चा है।
केबल के जरिये दूतावास के अधिकारियों ने अमेरिकी प्रशासन को बताया था कि गुवाहाटी सम्मेलन में केरल प्रदेश कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष एके एंटनी ने पार्टी के भीतर संजय गांधी की तेजी से बढ़ती ताकत पर खुला एतराज किया था।
यहां तक कहा था कि उन्होंने (संजय) देश या पार्टी के लिए ऐसा कौन सा बड़ा त्याग किया है जो उन्हें कांग्रेस में इतना महत्व और नंबर दो का दर्जा दिया जा रहा है।
बकौल विकिलीक्स, केबल के द्वारा अमेरिकी प्रशासन को सूचित किया गया कि आपातकाल के दिनों में एके एंटनी और प्रियरंजन दास मुंशी के रूप में कांग्रेस में संजय गांधी के दो घोर विरोधी थे।
मारुति कंपनी के चलते मशहूर थे संजय
व्हिसल ब्लोअर वेबसाइट ने एक अन्य केबल का हवाला देते हुए दावा किया है कि केरल में संजय गांधी कोई खास मशहूर नहीं थे। केरलवासियों के बीच वह इंदिरा गांधी के छोटे बेटे और कार बनाने वाली कंपनी मारुति से अपनी संबद्धता के चलते ही प्रसिद्ध थे। राज्य में जहां एंटनी उनके कट्टर विरोधी थे, वहीं पार्टी के दूसरे कद्दावर नेता के करुणाकरन संजय भक्त थे। एंटनी ने इमरजेंसी के दिनों में संजय गांधी की परिवार नियोजन समेत अन्य नीतियों का विरोध किया था।
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 26 जून, 1975 को देश पर इमरजेंसी लागू करने की घोषणा की थी जो 21 मार्च, 1977 तक जारी रही। इस दौरान संजय गांधी सत्ता के समानांतर शिखर के तौर पर उभरे थे।
चोरी से नहीं हासिल किए केबल
पूर्व की भांति िसल ब्लोअर वेबसाइट विकिलीक्स ने इस बार अमेरिकी केबल चोरी से नहीं हासिल किए हैं। बल्कि इस दफा उसने इनको अमेरिका की सरकारी वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.अरकाइव.ऑर्ग से उठाया किया है। यह नेशनल अरकाइव एंड रिकार्ड एडमिनिस्ट्रेशन की अधिकृत वेबसाइट है।
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