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देश में कभी नहीं हो सकता सैन्य तख्तापलट: एंटनी

जनवरी 2012 में सेना की दो टुकड़ियों के दिल्ली की ओर कूच करने को लेकर फिर पैदा हुए विवाद पर रक्षा मंत्री एके एंटनी ने देश को आश्वस्त किया है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि देश में किसी भी स्थिति में कभी भी सैन्य तख्तापलट नहीं हो सकता है। बकौल एंटनी, 'हमारी सेना बेहद जिम्मेदार है। वह सरकार के हर ि

By Edited By: Published: Sun, 23 Feb 2014 08:45 PM (IST)Updated: Sun, 23 Feb 2014 09:23 PM (IST)
देश में कभी नहीं हो सकता सैन्य तख्तापलट: एंटनी

कोच्चि। जनवरी 2012 में सेना की दो टुकड़ियों के दिल्ली की ओर कूच करने को लेकर फिर पैदा हुए विवाद पर रक्षा मंत्री एके एंटनी ने देश को आश्वस्त किया है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि देश में किसी भी स्थिति में कभी भी सैन्य तख्तापलट नहीं हो सकता है। बकौल एंटनी, 'हमारी सेना बेहद जिम्मेदार है। वह सरकार के हर निर्णय और आज्ञा का पालन करती है।' एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारतीय मछुआरों की हत्या के आरोपी दोनों इतालवी नौसैनिकों के मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। भारतीय कानून के तहत उन पर केस चलेगा। रक्षा मंत्री ने समुद्री सीमा की चौबीसों घंटे निगरानी पर जोर दिया।

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पढ़ें : फौजी टुकड़ियों के कूच से चौंकी थी सरकार

एंटनी तटरक्षक बल के एक कार्यक्रम के दौरान रविवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। सैन्य अभियान के पूर्व महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल एके चौधरी के हालिया बयान की चर्चा छिड़ने पर उन्होंने कहा, 'यह बात मैं दावे से कह सकता हूं कि भारत में किसी भी परिस्थिति में सैन्य विद्रोह नहीं हो सकता। पिछले सात वर्षो से मैं सेना की तीनों अंगों से जुड़ा हुआ हूं। साधारण जवान से लेकर जनरल तक को बेहद जिम्मेदार पाया। हमारी सेना बहुत जिम्मेदार है। वह सैन्य अभियान के मामले में खुद निर्णय लेती है लेकिन नीतिगत मामलों में सरकार के हर आज्ञा का पालन करती है। लिहाजा चिंता करने की जरूरत नहीं है।' उन्होंने एक बार फिर कहा कि फौजी टुकड़ी का दिल्ली की ओर बढ़ना एक सामान्य अभ्यास था। यह बात वह तीन बार संसद में कह चुके हैं। अब यह मुद्दा एक बंद अध्याय है। पिछले दिनों पूर्व डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल एके चौधरी ने कहा था कि 15-16 जनवरी, 2012 की देर शाम फौजी टुकड़ियों के मूवमेंट पर तत्कालीन रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा ने उन्हें देर रात तलब कर स्पष्टीकरण मांगा था। इतालवी नौसैनिकों के खिलाफ सुआ (समुद्री परिवहन गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून) के तहत मुकदमा चलाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस मामले में समझौते का सवाल ही नहीं उठता। नौसैनिकों के खिलाफ भारतीय कानून के तहत मुकदमा चलेगा। ध्यान रहे कि इटली के नौसैनिकों पर सुआ के तहत मुकदमा न चलाने के बारे में कानून मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के बीच एक राय कायम हो गई है। रक्षा मंत्री से इसी के बारे में सवाल पूछा गया था।


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