आपकी रसोई में हैं ऐसी गुणकारी चीजें, जो आपको इन बीमारियों से रखेंगी कोसोंं दूर
एंटीऑक्सीडेंट के गुण कई तरह के रोगों का इलाज करने का काम करते हैं और शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने में मददगार हैं।
नई दिल्ली [प्रेट्र]। वैज्ञानिकों ने एक ऐसे प्रभावशाली एंटीऑक्सीडेंट की पहचान की है जो दूसरे हार्ट अटैक या स्ट्रोक के खतरे को कम कर सकता है। इस खोज से इन विकारों के लिए नया इलाज विकसित करने की राह खुल सकती है। अमेरिका की ओरेगन हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, पहले हार्ट अटैक या स्ट्रोक का सामना करने वाले चूहे का एपोसिनिक एंटीऑक्सीडेंट के साथ इलाज किया गया। यह एंटीऑक्सीडेंट प्लैक जमाव को आधा करने व सूजन को निम्न करने में प्रभावी पाया गया। यह लंबे समय से ज्ञात है कि पहले हार्ट अटैक या स्ट्रोक का सामना करने वाले रोगियों में कुछ माह के अंदर इसके दोहराव का खतरा रहता है।
इस अध्ययन के जरिये यह बताया गया है कि रक्त वाहिनियों के अंदर क्या होता है जिससे खतरा बढ़ जाता है। चूहे में दिल का दौरा पड़ने से सूजी कोशिकाएं और प्लेटलेट्स बेहद आसानी से धमनियों की दीवारों और खासतौर से प्लैक से चिपक जाते हैं। इसके चलते प्लैक स्थिर हो जाते हैं और रक्त का थक्का बनने का कारण बनते हैं। यह स्थिति दूसरे हार्ट अटैक का कारण बनती है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार
हमारा शरीर कोशिकाओं से बना है, किसी भी कोशिका की क्षति से पूरे शरीर के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। लेकिन एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थ ऑक्सीकरण की प्रक्रिया को समाप्त करने में मदद करते हैं जिससे कोशिकाओं को स्वस्थ रख जा सकता हैं। खाने में एंटीऑक्सीडेंट ऐसा तत्व हो जो बॉडी से विषैले पदार्थों को बाहर निकाल कर स्वस्थ रखने में मददगार है। एंटीऑक्सीडेंट के गुण कई तरह के रोगों का इलाज करने का काम करते हैं और शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने में मददगार हैं। कुछ लोग शारीरिक कमियों को पूरा करने के लिए दवाइयों का सहारा लेते हैं लेकिन रसोई में मौजूद खाने की साधारण चीजों में भी यह गुण शामिल होता हैं। इनको रोजाना खाने में इस्तेमाल करने से स्वस्थ रहा जा सकता है।
नींबू
नींबू सिट्रस परिवार के अंतर्गत आता है। पीले रंग के इस फल में मौजूद विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट का शक्तिशाली स्रोत है। नींबू में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपके स्वास्थ्य, बालों और त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
स्ट्रॉबेरी
विटामिन सी से भरपूर स्ट्रॉबेरी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कणों को खत्म कर रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
सूखे मेवे
सूखे मेवे विटामिन ई का समृद्ध स्रोत हैं और यह आपके शरीर के लिए एंटीऑक्सीडेंट की आपूर्ति करने वाले आहार का सबसे अच्छा स्रोत हैं। विटामिन सी के विपरीत, विटामिन ई, लीवर में फैट के साथ साथ शरीर में जमा किया जा सकता है। नट्स में बादाम, अखरोट, पिस्ता, आदि का सेवन कर सकते हैं।
ब्रोकली
इसका हर पौधा, विटामिन सी से भरपूर होता है जिसके कारण यह एंटीऑक्सीडेंट का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। विटामिन सी के अलावा ब्रोकली में सेलेनियम भी होता है। सेलिनियम मानव शरीर की कोशिकाओं के नुकसान से लड़ने में मदद करता है।
लहसुन
लहसुन में कुदरती रूप से एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। खाना बनाते समय इसका इस्तेमाल जरूर करें। यह हृदय रोग और कैंसर से लड़ने में मददगार होता है।
टमाटर
टमाटर के बिना सब्जी का स्वाद अधूरा सा लगता है। इसमें मौजूद ग्लूटाथियोन एंटीऑक्सीडेंट रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मददगार है।
मछली
मछली में सेलेनियम की उच्च मात्रा और केमिकल पाया जाता है, यह शरीर की कोशिकाओं को किसी भी रूप में क्षतिग्रस्त होने से बचाने में मदद करती है। मछली की तरह शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की पर्याप्त राशि बनाये रखने के लिए विभिन्न प्रकार की मछलियों का उपभोग भी कर सकते हैं।