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त्रिपुरा और बांग्लादेश को जोड़ने के लिए बनेगा एक और हाइवे, शुरुआती सर्वेक्षण का काम पूरा, पीएम मोदी ने दी मंजूरी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिपुरा और बांग्लादेश को जोड़ने के लिए एक और हाइवे बनाने का फैसला लिया है। इस हाइवे के जरिये पड़ोसी देश के कोमिला शहर को त्रिपुरा के उदयपुर से जोड़ा जाएगा। प्रस्तावित परियोजना के लिए प्रारंभिक सर्वेक्षण का काम पहले ही हो चुका है।

By Amit SinghEdited By: Published: Sat, 15 Jan 2022 10:16 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jan 2022 07:22 AM (IST)
त्रिपुरा और बांग्लादेश को जोड़ने के लिए बनेगा एक और हाइवे, शुरुआती सर्वेक्षण का काम पूरा, पीएम मोदी ने दी मंजूरी
त्रिपुरा और बांग्लादेश को जोड़ने के लिए बनेगा एक और हाइवे (जागरण.काम, फाइल फोटो)

अगरतला, एएनआइ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिपुरा और बांग्लादेश को जोड़ने के लिए एक और हाइवे बनाने का फैसला लिया है। इस हाइवे के जरिये पड़ोसी देश के कोमिला शहर को त्रिपुरा के उदयपुर से जोड़ा जाएगा। प्रस्तावित परियोजना के लिए प्रारंभिक सर्वेक्षण का काम पहले ही हो चुका है।

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सड़क मार्ग से जुड़ेगा बांग्लादेश

केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने शनिवार को बताया, पीएम मोदी का सपना सड़क मार्ग के जरिये बांग्लादेश को भारत से जोड़ना है। ऐसा करने के लिए त्रिपुरा आदर्श जगह है। भारत सरकार ने त्रिपुरा के गोमती जिले के उदयपुर को सिपाहीजाला जिले के सोनमुरा से होकर कोमिला से जोड़ने वाले एक नए हाइवे को मंजूरी दी है।

हवाईअड्डे से शुरू होंगी नई अंतराष्ट्रिय उड़ाने

सोनमुरा व्यापार के दृष्टिकोण से प्रमुख जगह है। महाराजा बीर बिक्रम हवाईअड्डे की नई टर्मिनल बिल्डिंग को आम लोगों के लिए खोलते हुए मंत्री ने यह भी घोषणा की कि यहां से बैंकाक, ढाका व चटगांव के लिए जल्द ही उड़ानें शुरू की जाएंगी। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने ही चार जनवरी को इस टर्मिनल बिल्डिंग का उद्घाटन किया था।

कई मायनों में बांग्लादेश से मैत्रिक संबंध जरूरी

गौरतलब है कि भारत बांग्लादेश के विकास एजेंडे को लागू करने में सहयोग के लिए दृढ़ प्रतिबद्ध है। भारत के इस विकासात्मक साझेदारी की मानसिकता का बांग्लादेश भी सम्मान करता है। इन भावों ने दोनों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती प्रदान की है। वर्ष 2008 बांग्लादेश के सामाजिक आर्थिक नियोजन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण वर्ष था, जब बांग्लादेश ने अपने विजन 2021 की उद्घोषणा की थी। दरअसल दक्षिण एशिया में शांति, सुरक्षा, स्थिरता बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि बांग्लादेश में आतंकवाद, धार्मिक कट्टरता, पाक व चीन के साथ अनचाहे गठजोड़ ना बढ़े। इसलिए भारत बांग्लादेश को सार्क के एक जिम्मेदार देश के रूप में पेश करता है। आतंकी संगठनों, अलगाववादी युवाओं और उनके आइएसआइ के साथ संबंध भारत के हितों के विपरीत हैं। इसलिए भारत वक्त वक्त पर यह सुनिश्चित करने की कोशिश करता है कि बांग्लादेश अपनी भूमि का इस्तेमाल भारत के खिलाफ गतिविधियों के लिए ना होने दे।


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