पायलट की लेट-लतीफी से उड़ान में हुई देरी, प्लेन से बाहर आए गुस्साए यात्री
स्टाफ की कमी और अपने संचालन के प्रबंधन के लिए संघर्ष कर रही राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया को गुरुवार दोपहर अपनी एक फ्लाइट में देरी करनी पड़ी। इस उड़ान में देरी का कारण इसका पायलट रहा जो कि समय पर ड्यूटी पर नहीं आया था।
मुंबई। स्टाफ की कमी और अपने संचालन के प्रबंधन के लिए संघर्ष कर रही राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया को गुरुवार दोपहर अपनी एक फ्लाइट में देरी करनी पड़ी। इस उड़ान में देरी का कारण इसका पायलट रहा जो कि समय पर ड्यूटी पर नहीं आया था। यह फ्लाइट न केवल साढ़े चार घंटे लेट हुई बल्कि विरोध में लोगों को एयरक्राफ्ट से टर्मिनल बिल्डिंग की तरफ लौटते हुए भी देखा गया ।
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टर्मिनल 2 से भुवनेश्वर के लिए सुबह 11.10 बजे उड़ान भरने वाली फ्लाइट एआई 669 डिले हो गई जिसके बाद इसने दोपहर 3.30 बजे के बाद उड़ान भरी। इसके 139 यात्रियों ने पहले ही एयरक्राफ्ट बुक करवा लिया था और एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक इस डिले का पहले कारण नहीं यात्रियों को नहीं बताया गया था।
एयरलाइन ऑफिशियल ने कहा 'एयरोब्रिज 42ए पर बोर्डिंग के लिए इंतजार कर रहे यात्रियों को एयरक्राफ्ट में सवार होने के लिए कहा गया लेकिन बोर्डिंग के बाद उन्हें पता चला कि पायलट ड्यूटी पर नहीं आया था। तब यात्रियों ने अपना आपा खो दिया और एयरक्राफ्ट से बाहर आकर विरोध करना शुरु कर दिया।'
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पायलट दोपहर 3.25 बजे ड्यूटी पर आया और एयरक्राफ्ट, एयरबस ए 321 को 3.30 बजे भेजा गया। जब पायलट देरी से एयरपोर्ट पहुंचा तो सूत्रों ने बताया कि यह पायलट की गलती नहीं थी बल्कि एयरलाइन की थी। पूर्व एयरलाइन अधिकारी के मुताबिक' एयरलाइन पायलट्स की कमी से जूझ रही है। अगल एक एयरक्राफ्ट लेट होता है तो इसके बाद वाली फ्लाइट भी लेट होती है। वे पूरे आठ घंटे के बाद क्रू का इस्तेमाल करते है। इसलिए जब पायलट एक स्टेशन से मुंबई आता है तो वह दूसरी फ्लाइट लेता है और उसके बाद अगले डेस्टिनेशनल के लिए उड़ान भरता है।'