नेपाल में फंसे कैलास मानसरोवर श्रद्धालुओं की मदद के लिए आगे आए आंध्र प्रदेश के CM
प्रत्येक वर्ष जून माह में कैलास मानसरोवर यात्रा का आयोजन होता है।
अमरावती (एएनआइ)। कैलास मानसरोवर की यात्रा पर गए आंध्र प्रदेश के श्रद्धालु भारी बारिश के कारण नेपाल के सिमीकोट में फंस गए हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने इन श्रद्धालुओं का हाल जानने के बाद उनतक पर्याप्त मदद पहुंचाने का आदेश दिया है।
नायडू ने कहा कि रियल टाइम गर्वनेंस सेंटर के अधिकारियों ने भी चीन सीमा के निकट फंसे यात्रियों से बात की। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि राज्य सरकार के अधिकारी वहां भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने श्रद्धालुओं को सभी संभावित समर्थन देने का आश्वासन दिया है।
दूतावास ने अपने प्रतिनिधियों को नेपाल के नेपालगंज और सिमीकोट में तैनात किया है जो व्यक्तिगत तौर पर वहां फंसे तमाम श्रद्धालुओं के संपर्क में है। दूतावास की ओर से वहां फंसे मुसाफिरों के सुविधानुसार सभी उपायों के साथ उनके खाने-पीने का प्रबंध भी कराया जा रहा है।
सिमीकोट में दूतावास की ओर से चिकित्सकों का भी इंतजाम किया गया है जो बुजुर्ग श्रद्धालुओं के साथ जरूरत मंद लोगों की इलाज भी कर रहे हैं। इन्हें यहां से निकालने के विकल्पों पर ध्यान दिया जा रहा है लेकिन मौसम की वजह से बाधाएं हैं।
सूत्रों के अनुसार, इस रूट के स्थानीय एयरलाइंस से अतिरिक्त विमानों का आग्रह किया गया है ताकि जैसे ही मौसम साफ हो इन्हें सुरक्षित वापस लाया जा सके। हर साल जून से सितंबर माह के बीच कैलास मानसरोवर यात्रा में हजारों भारतीय श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं। यह यात्रा चीन सरकार के सहयोग से विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित कराया जाता है।