सैन्यकर्मियों के मामले देखेंगे एएनसी कमांडर इन चीफ
एएनसी देश का पहला तीनों अंगों का कमान है। देश की विभिन्न बाहरी सुरक्षा चुनौतियों से प्रभावी रूप से निपटने के लिए 16 साल पहले एएनसी की स्थापना की गई थी।
नई दिल्ली, पीटीआइ। अंडमान एवं निकोबार कमान (एएनसी) के कमांडर-इन-चीफ के पास वहां तैनात सेना के तीनों अंगों के सैन्यकर्मियों से संबंधित अनुशासनहीनता एवं अन्य मामलों को देखने की शक्ति होगी। पहले वहां तैनात सेना, वायुसेना एवं नौसेना कर्मियों के मामलों को संबंधित बलों के सेवा मुख्यालय के पास भेजा जाता था। सूत्र ने कहा कि सरकार ने यह प्रावधान सेना के तीनों अंगों के बीच संचालन सामंजस्य सुनिश्चित करने की अपनी नीति के तहत किया है।
एएनसी देश का पहला तीनों अंगों का कमान है। देश की विभिन्न बाहरी सुरक्षा चुनौतियों से प्रभावी रूप से निपटने के लिए 16 साल पहले एएनसी की स्थापना की गई थी। पहले अनुशासनहीनता एवं अन्य मामले संबंधित बलों के सेवा मुख्यालय के पास भेजा जाता था।
एएनसी के कमांडर-इन-चीफ नौसेना के अधिकारी हैं और सरकार ने अब लंबे समय से लंबित कदम को लागू कर दिया है। सरकारी सूत्र ने कहा कि कमांडर-इन-चीफ को कमान में तैनात सैन्यकर्मियों से संबंधित अनुशासनहीनता एवं अन्य मुद्दों को देखने की शक्ति प्रदान की गई है।