Amravati Kolhe Murder Case: उमेश कोल्हे को 21 नहीं 20 जून को मारना चाहते थे हत्यारे, जानें क्यों फेल हो गया था प्लान
Umesh Kolhe Murder महाराष्ट्र के अमरावती में केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या में नया खुलासा हुआ है। कहा जा रहा है कि आरोपी एक दिन पहले यानि 20 जून को उमेश की हत्या करना चाहते थे। हालांकि आरोपियों का प्लान फेल हो गया था।
नई दिल्ली, एजेंसी। उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की ही तरह अमरावती में केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या कर दी गई। उमेश कोल्हे हत्याकांड में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। कोल्हे की हत्या 21 जून को कई गई थी, लेकिन हत्यारे 20 जून को ही वारदात को अंजाम देना चाहते थे। हालांकि, वे अपने प्लान में कामयाब नहीं हो सके।
फेल हो गया 20 जून का प्लान
उमेश कोल्हे हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। उमेश को कोल्हे ही हत्या का प्लान एक दिन पहले का था। उन्होंने 20 जून को भी कोल्हे की हत्या की कोशिश की थी, लेकिन उमेश द्वारा जल्द दुकान बंद करने के कारण प्लान फेल हो गया। आरोपियों को अंदाजा था कि उमेश रात साढ़े 10 बजे दुकान बंद करेगा, लेकिन अंदाजा गलत निकला और उमेश ने दुकान पहले ही बंद कर दी। इस तरह वो 20 जून को उमेश की हत्या नहीं कर सके।
हिरासत में सभी सातों आरोपी
उधर, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उमेश कोल्हे की हत्या के सभी सात आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। आरोपियों को अमरावती अदालत में पेश करने के बाद सोमवार को चार दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया था। अधिकारी ने कहा कि आरोपियों को आठ जुलाई या उससे पहले एनआईए की मुंबई अदालत में पेश किए जाने की संभावना है। आरोपियों में मुदस्सर अहमद (22), शाहरुख पठान (25), अब्दुल तौफीक (24), शोएब खान (22), अतिब रशीद (22), युसूफ खान (32) और मास्टरमाइंड शेख इरफान शेख रहीम है। पुलिस मामले में एक और संदिग्ध शमीम अहमद की तलाश कर रही है।
पुलिस आयुक्त आरती सिंह ने सोमवार को कहा कि अमरावती पुलिस को जांच के दौरान भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा और उमेश की हत्या का समर्थन करने वाले सोशल मीडिया पोस्ट के बीच लिंक मिला था। इस मामले को किसी तरह से दबाया नहीं गया। उन्होंने कहा कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए जानकारी का खुलासा नहीं किया।
21 जून को हुई थी उमेश की हत्या
बता दें कि उमेश कोल्हे की 21 जून की रात हत्या कर दी गई थी। तीन आरोपियों ने रात करीब साढ़े 10 बजे उमेश की गर्दन पर चाकू से वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। हत्या की वजह नुपुर शर्मा का समर्थन करना बताया जा रहा है। नुपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी।