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सेना की सख्‍ती से बौखलाए चीन ने भारत पर लगाया तिब्बत कार्ड खेलने का आरोप, कही यह बात

सीमा पर भारतीय सेना से मुंह की खाने के बाद खिसियाए चीन ने भारत पर तिब्बत कार्ड खेलने का आरोप लगाया है। जानें चीन के अखबार ने क्‍या कहा है...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 06 Sep 2020 06:01 AM (IST)Updated: Sun, 06 Sep 2020 06:01 AM (IST)
सेना की सख्‍ती से बौखलाए चीन ने भारत पर लगाया तिब्बत कार्ड खेलने का आरोप, कही यह बात
सेना की सख्‍ती से बौखलाए चीन ने भारत पर लगाया तिब्बत कार्ड खेलने का आरोप, कही यह बात

नई दिल्ली, आइएएनएस। सीमा पर भारतीय सेना से मुंह की खाने के बाद खिसियाए चीन ने भारत पर तिब्बत कार्ड खेलने का आरोप लगाया है। चीन के सरकारी अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' का कहना है कि भारत का निर्वासित तिब्बती नेताओं के साथ गठजोड़ करना और तिब्बत कार्ड खेलना अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है क्योंकि चीन की आर्थिक और सैन्य ताकत भारत के मुकाबले कहीं ज्यादा है। अखबार के मुताबिक भारत और चीन के बीच हालिया सीमा संघर्ष में भारतीय सेना की एक इकाई स्पॉटलाइट में आई है जिसमें निर्वासित तिब्बती शामिल हैं।

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भारतीय मीडिया का मानना है कि इस विशिष्ट इकाई ने हालिया संघर्ष में अहम भूमिका निभाई जबकि चीनी विश्लेषकों का मानना है कि तथाकथित स्पेशल फ्रंटियर फोर्स विशिष्टता से कोसों दूर है और भारतीय सेना ने सीमा संघर्ष में इनका इस्तेमाल चारे के रूप में किया। इस इकाई की संख्या भी एक हजार के आसपास है। अखबार ने दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक को सकारात्मक कदम बताया है लेकिन बड़बोलेपन में यह भी कहा है कि युद्ध होने की स्थिति में भारत के जीतने की कोई संभावना नहीं है।

दरअसल भारतीय सेना की हालिया सख्‍ती के चलते चीन हैरान है। लद्दाख में भारत के अप्रत्याशित रणनीतिक जवाब से चीन बुरी तरह से फंस गया है। एलएसी के अतिक्रमण के बाद वह खुद को तलहटी में फंसा हुआ पा रहा है क्‍योंकि इसके इर्द-गिर्द ऊंचाई वाली जगहों पर भारतीय सेना ने मोर्चा संभाल रखा है। चीन की सेना ने उन स्थानों पर कब्जा किया है जहां आने वाले ठंड के मौसम में टिक पाना बहुत मुश्किल होगा। भारत ने न केवल पैंगोंग सो झील के दक्षिणी किनारे के ऊंचाई वाली रणनीतिक ठिकानों पर कब्जा किया है बल्कि उत्तरी किनारे पर भी अपनी स्थिति मजबूत की है।

मौजूदा वक्‍त में भारत चीन के कब्जे वाले पूरे इलाके में नजर रखने में कामयाब हो रहा है। विवाद आगे बढ़ने पर चीन को इसका सीधा खामियाजा उठाना पड़ेगा। भारतीय सेना ऊंचे स्थानों पर कम तैनाती करके भी फायदे की स्थिति में रहेगी। हालात को भांपकर पीएलए हैरान है और वह अब पैंगोंग सो झील के दक्षिणी किनारे के कुछ ऊंचाई वाले इलाकों पर कब्जे की फिराक में है। ऐसे में पीएलए के आगे बढ़ने की स्थिति में बड़ा टकराव शुरू होने की आशंका है। भारत पहले ही साफ कर चुका है कि चीन को पूर्व की स्थिति हर हाल में बहाल करनी ही होगी... 


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