विकिलीक्स पर भड़का अमेरिका, बोला- ये दुश्मनों का हथियार है
रिपब्लिकन सीनेटर रह चुके पोंपो के मुताबिक विकिलीक्स दुश्मन खुफिया एजेंसी है। उसे रूस से अक्सर मदद मिलती रहती है।
वाशिंगटन, प्रेट्र/रायटर । गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने के कारण माइक पोंपो कभी विकिलीक्स के बड़े प्रशंसक थे। लेकिन, अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए का निदेशक बनने के बाद इस वेबसाइट को लेकर उनका नजरिया बदल गया है। रिपब्लिकन सीनेटर रह चुके पोंपो के मुताबिक विकिलीक्स दुश्मन खुफिया एजेंसी है। उसे रूस से अक्सर मदद मिलती रहती है।
उल्लेखनीय है कि विकिलीक्स के रहस्योद्घाटन से अमेरिका कई मौकों पर शर्मिदा हो चुका है। मार्च में वेबसाइट ने बताया था कि स्मार्ट टीवी, आइफोन और एंड्रायड उपकरणों की मदद से सीआइए कैसे लोगों की जासूसी करता है। सेंटर फॉर स्ट्रेटजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज थिंक टैंक में गुरुवार को पोंपो ने कहा कि अमेरिकी खुफिया सेवाओं ने पाया था कि रूसी सरकार के स्वामित्व वाले टेलीविजन नेटवर्क आरटी के साथ इस वेबसाइट का सक्रिय सहयोग रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डेमोक्रेटिक पार्टी के हैक दस्तावेज सार्वजनिक करने के लिए रूस की सैन्य खुफिया सेवा जीआरयू ने विकिलीक्स की मदद ली थी। इस वेबसाइट ने डेमोक्रेटिक नेशनल कैंपेन के 19,252 ई-मेल सार्वजनिक किए थे। सीआइए की कमान संभालने के बाद यह उनका पहला सार्वजनिक संबोधन था।
पोपों ने कहा, विकिलीक्स का व्यवहार दुश्मन खुफिया सेवा जैसा है। वह दुश्मन खुफिया सेवा की तरह बात करती है। उनके कठोर शब्द विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे और पूर्व एनएसए कांट्रैक्टर एडवर्ड स्नोडेन पर केंद्रित थे। स्नोडेन ने 2013 में नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी (एनएसए) के गोपनीय दस्तावेज लीक किए थे। उन्होंने कहा, स्नोडेन जो भी दावा करे पर वह व्हिसल ब्लोअर नहीं है।
सच्चे व्हिसल ब्लोअर शिकायतों को उठाने के लिए स्थापित एवं उचित प्रक्रिया अपनाते हैं। वे अमेरिकियों के जीवन को खतरे में नहीं डालते। जब स्नोडेन रूसी खुफिया एजेंसी के पास जा पहुंचा तो उसके विश्र्वासघात ने अमेरिकी खुफिया और सैन्य अभियानों को व्यापक तौर पर सीधे नुकसान पहुंचाया।
उन्होंने कहा कि असांजे की गतिविधियां अमेरिका के दुश्मनों को आकर्षित करती है। विकिलीक्स के एक हालिया खुलासे के बाद अल कायदा की अरब प्रायद्वीप शाखा के एकसदस्य ने ऑनलाइन पोस्ट में कहा, 'अमेरिका में लड़ाई का एक ऐसा जरिया उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद विकिलीक्स जिससे हम पहले परिचित नहीं थे। गौरतलब है कि अमेरिका से बचने के लिए असांजे ने 2012 से ही लंदन स्थित इक्वाडोर के दूतावास में शरण ले रखी है। वहीं, स्नोडेन रूस में किसी अज्ञात जगह पर रह रहा है।
एक्यू खान को रोका
पोंपो ने दावा किया कि पाकिस्तान के कुख्यात परमाणु वैज्ञानिक एक्यू खान के मंसूबों को रोकने में सीआइए की महत्वपूर्ण भूमिका थी। एजेंसी ने खान की परमाणु तस्करी नेटवर्क को उजागर करने में मदद की। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर परमाणु प्रसार को रोकने में भी एजेंसी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।