तीन मई तक सभी यात्री ट्रेनें रहेंगी निलंबित, सोशल मीडिया पर चल रही हैं गुमराह करने वाली खबरें
रेलवे ने सभी यात्री ट्रेन सेवाओं का संचालन 3 मई तक निलंबित रखने का फैसला किया है। इस दौरान के टिकटों की कोई बुकिंग भी नहीं होगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। रेलवे ने सभी यात्री ट्रेन सेवाओं का संचालन 3 मई तक निलंबित रखने का फैसला किया है। रेलवे ने लोगों से सोशल मीडिया पर चल रही अफवाह फैलाने वाली खबरें के झांसे में आने से बचने के लिए कहा है। उसका कहना है कि 3 मई तक कोई स्पेशल यात्री ट्रेन भी नहीं चलाई जाएगी। इस दौरान के टिकटों की कोई बुकिंग भी नहीं होगी। जो टिकट पहले बुक कराए जा चुके हैं, उनका किराया वापस किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर चल रहीं फर्जी खबरें
रेल मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक आम तौर पर गलत तरीके से फर्जी खबरें चलाने के लिए गाड़ियों को चलाने की किसी भी संभावना के बारे में पूछा जाता है। ऐसे में यह स्पष्ट किया जाता है कि तीन मई 2020 तक सभी पैसेंजर ट्रेन सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि, कुछ अलग-अलग मीडिया प्लेटफार्मों (विशेषकर सोशल मीडिया) पर कुछ गैर जिम्मेदार व्यक्तियों द्वारा गैर जिम्मेदाराना रिपोर्टिंग कर यह धारणा बनाई गई कि कुछ ट्रेनें जल्द शुरू हो सकती हैं। यह पूरी तरह से गलत है। ऐसी गुमराह करने वाली खबरों से बचने की जरूरत है। हम एक बार फिर कहना चाहते हैं कि तीन मई तक किसी प्रकार की कोई यात्री ट्रेन नहीं चलेगी। यहां तक कि कोई स्पेशल ट्रेन भी नहीं चलेगी। तीन मई तक कोई रेलवे स्टेशन नहीं खुलेगा।
ज्ञात हो कि मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर ऐसी अफवाह फैली कि यहां से ट्रेन चलने वाली है। इससे वहां हजारों लोग इकट्ठा हो गए। इसीलिए रेलवे ने ऐसी गुमराह करने वाली खबर से लोगों को सावधान किया है।
टिकट कैंसिलेशन सुविधा जारी रहेगी
रेल मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक टिकट काउंटर से बुक कराने वाले लोग अपना रिफंड प्राप्त करने के लिए तीन महीने के भीतर टीडीआर के साथ आवेदन कर सकते हैं। जबकि ऑनलाइन बुकिंग कराने वालों का रिफंड अपने आप उनके खाते में पहुंच जाएगा। परंतु जिन लोगों ने काउंटर से टिकट बुक कराया होगा, वे टिेकट डिपाजिट रिसीट (टीडीआर) के साथ 31 जुलाई तक रिफंड के लिए आवेदन कर सकते हैं।
सुविधा शुल्क नहीं होगा वापस
ट्रेन चाहे रेलवे की ओर से कैंसिल की गई हो अथवा यात्री ने स्वयं अग्रिम तौर पर बुक टिकट कैंसिल कराया हो, दोनो ही स्थितियों में सुविधा शुल्क (गैर वातानुकूलित श्रेणी के लिए 15 रुपये और वातानुकूलित श्रेणी के लिए 30 रुपये) को छोड़ पूरा किराया वापस किया जाएगा। सिस्टम के रखरखाव खर्च का हवाला देते हुए आइआरसीटीसी पहले से स्पष्ट कर चुकी है कि सुविधा शुल्क वापस नहीं किया जाएगा।