नौ राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों में सभी वयस्क आबादी को COVID-19 वैक्सीन की पहली खुराक मिली
सबसे अधिक खुराक देने वाले शीर्ष पांच राज्यों में सबसे ऊपर उत्तर प्रदेश हैं इसके बाद महाराष्ट्र पश्चिम बंगाल गुजरात और मध्य प्रदेश हैं। मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि 103.5 करोड़ से अधिक (1035351045) COVID-19 वैक्सीन की खुराक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को प्रदान की गई है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत की 75 फीसद से अधिक वयस्क आबादी को COVID-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक मिली चुकी है, जिसमें नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने अपनी सभी 18 साल से अधिक की आबादी को पहली खुराक दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, देश की 31 फीसद से अधिक वयस्क आबादी को दोनों खुराक दी जा चुकी हैं।
अब तक, नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों-अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, चंडीगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लक्षद्वीप, सिक्किम, उत्तराखंड और दादरा और नगर हवेली में सभी वयस्क लोगों को टीके की कम से कम एक खुराक मिली चुकी है।
सबसे अधिक खुराक देने वाले शीर्ष पांच राज्यों में सबसे ऊपर उत्तर प्रदेश हैं, इसके बाद महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गुजरात और मध्य प्रदेश हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने पहले कहा था, '100 करोड़ खुराक दिए जाने के बाद, हम यह सुनिश्चित करने के लिए मिशन मोड में जाएंगे कि जिन लोगों ने अपनी पहली खुराक ली है, वे अपनी दूसरी खुराक भी लें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे COVID-19 से सुरक्षित हैं।'
मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि 103.5 करोड़ से अधिक (1,03,53,51,045) COVID-19 वैक्सीन की खुराक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को प्रदान की गई है। 10.85 करोड़ से अधिक शेष बिना इस्तेमाल हुई कोविड वैक्सीन खुराक अभी भी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास उपलब्ध हैं।
स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों (एचसीडब्ल्यू) को पहले चरण में टीका लगाने के साथ देशव्यापी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू किया गया था। फ्रंटलाइन वर्कर्स (FLWs) का टीकाकरण 2 फरवरी से शुरू हुआ था। COVID-19 टीकाकरण का अगला चरण 1 मार्च से 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए (जिन्हें अन्य समस्या भी थी।) शुरू हुआ।
देश ने 1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया। सरकार ने तब 1 मई से 18 से ऊपर के सभी लोगों को टीकाकरण की अनुमति देकर अपने टीकाकरण अभियान का विस्तार करने का निर्णय लिया।