'एके 47' से प्यार करने वालों, जरा यह सच्चाई भी जान लो..
भारतीय सेना का अंग बनने के लिए स्माल आर्म्स फैक्ट्री में 'एके 47' रायफल की तर्ज पर तैयार की गयी पहली स्वदेशी गन अपना पहला ही मोर्चा नहीं फतह कर पायी। कोलकाता स्थित राइफल फैक्ट्री ईशापुर में सेना और रक्षा मंत्रालय के अफसरों ने एक सप्ताह के ट्रायल के बाद इस गन में कई खामियां निकाल दीं।
कानपुर, [संग्राम सिंह]। भारतीय सेना का अंग बनने के लिए स्माल आर्म्स फैक्ट्री में 'एके 47' रायफल की तर्ज पर तैयार की गयी पहली स्वदेशी गन अपना पहला ही मोर्चा नहीं फतह कर पायी। कोलकाता स्थित राइफल फैक्ट्री ईशापुर में सेना और रक्षा मंत्रालय के अफसरों ने एक सप्ताह के ट्रायल के बाद इस गन में कई खामियां निकाल दीं। एसएएफ को गन की कमियां दूर करने का मौका दिया गया है। 21 जून को दोबारा ट्रायल में अगर गन मानकों पर खरी नहीं उतरी तो सेना को 50 हजार से ज्यादा गनों की आपूर्ति का सपना संजोए बैठी फैक्ट्री को बड़ा झटका लग सकता है।
कालपी रोड स्थित प्रतिरक्षा संस्थान स्माल आर्म्स फैक्ट्री ने 'एके 47' की तर्ज पर 10 स्वदेशी गन तैयार कर बीती 30 मई को एक सप्ताह के ट्रायल पर ईशापुर भेजी थी। इनका ट्रायल सेना व रक्षा मंत्रालय के अफसरों के सामने हुआ। लेकिन पहले ही ट्रायल में फैक्ट्री की उम्मीदों को झटका लगा। तकनीकी जांच में मैग्जीन की टाइमिंग सुस्त पाई गई। बताया गया कि गोली चलने के बाद दूसरी गोली गन तक पहुंचने में ज्यादा समय ले रही है। स्प्रिंग जरूरत से ज्यादा कठोर है। ऐसी ही आधा दर्जन कमियों के साथ सभी गन एसएएफ को लौटा दी गईं। आधुनिक तकनीक से इन्हें सुधार कर 21 जून को दोबारा ट्रायल कराने को कहा गया है। अबकी बात नहीं बनने पर यह बड़ा आर्डर फैक्ट्री के हाथ से जाने का खतरा बन सकता है।
तीन फैक्टियों के बीच मुकाबला
'एके 47' रायफल की तर्ज पर पहली स्वदेशी गन बनाने के लिए पं. बंगाल स्थित रायफल फैक्ट्री ईशापुर, केरल में आर्डिनेंस फैक्ट्री त्रिचनापल्ली व स्माल आर्म्स फैक्ट्री कानपुर ने कोलकाता में अपनी-अपनी गन का ट्रायल दिया। बैरल की लंबाई ज्यादा होने से त्रिचनापल्ली फैक्ट्री की गन पहले ही ट्रायल में बाहर हो गई। एसएएफ व इशापुर फैक्ट्री की गन परीक्षण के दूसरे राउंड में पहुंचीं। यहां एसएएफ की गन में कई कमियां सामने आयीं, जिन्हें सुधारने के लिए फैक्ट्री को मौका दिया गया है।
कमियां दूर, अबकी होगी पास
स्माल आर्म्स फैक्ट्री के अधिकारी गन की सभी कमियां दूर करने का दावा कर रहे हैं। उनके अनुसार लोकल टेस्टिंग पूरी कर ली गई है। अब गन पूरी तरह फिट है। इस संबंध में फैक्ट्री के महाप्रबंधक पीसी बरनवाल का कहना है कि अभी गन भेजी जा रही हैं। गन की सफलता के बाद ही कोई जानकारी दी जा सकती है।