अजित पवार के हैं ये बोल, अब 50 लाख में नगर सेवक खरीदना मुश्किल
एनसीपी के कद्दावर नेता अजित पवार ने कहा कि कभी 50 लाख में विधायक पाला बदलने को तैयार रहते थे। लेकिन अब मामला बदल गया है।
सोलापुर (एएनआई)। अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। सोलापुर में एक सभा में पवार ने कहा कि आज कल का दौर ऐसा है कि एक विधायक क्या, एक पार्षद भी 50 लाख में बिकने को तैयार नहीं है।
अजित पवार ने एनसीपी की एक सभा में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने विलासराव देशमुख की सरकार के दौरान राज्य सरकार द्वारा हॉर्स ट्रेडिंग रोकने के लिए उठाए कदम को याद दिलाया। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पवार ने कहा कि वो झूठ नहीं बोलेंगे पहली बार में विधानसभा चुनाव 1999 -2004 चुनकर आया था, उस समय वो बहुत नए थे। उस समय विलासराव देशमुख इतना परेशान हो गए, बोलते थे कि जाने दो, फिर से चुनाव का सामना करना अच्छा होगा, उसी दौरान हमें कुछ विधायकों को बेंगलुरु ले जाना पड़ा।
अजित पवार ने कहा कि तब आपने पेपर में पढ़ा होगा ये सब- कुछ विधायक टूटते थे, कहीं पर घोड़ा बाजार(हॉर्स ट्रेडिंग) चलता था। अरे भाई, उस दौर में विधायक 50-50 लाख रुपए में दूसरे को समर्थन देने के लिए तैयार हो गए थे। लेकिन अब तो नगर सेवक भी इतने में राजी नहीं होता है। वो उस समय की बात बता रहे हैं जब 1991 में सांसद बने उस समय पी. वी. नरसिंहराव को बहुमत नहीं था। 6 -7 सांसद पचास लाख रुपये में दूसरे पक्ष में गए तब मामला चलता था।