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Doval Met Russian NSA: मास्को में रूसी समकक्ष से मिले अजीत डोभाल, द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों को लेकर हुई चर्चा

अजीत डोभाल ने बुधवार को मास्को में अपने रूसी समकक्ष निकोलाई पेत्रुशेव के साथ द्विपक्षीय क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत की। रूस की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि दोनों पक्षों के बीच सुरक्षा के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग पर भी चर्चा की गई।

By Amit SinghEdited By: Published: Thu, 18 Aug 2022 05:00 AM (IST)Updated: Thu, 18 Aug 2022 05:00 AM (IST)
Doval Met Russian NSA: मास्को में रूसी समकक्ष से मिले अजीत डोभाल, द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों को लेकर हुई चर्चा
मास्को में रूसी समकक्ष से मिले अजीत डोभाल

नई दिल्ली, एजेंसियां: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बुधवार को मास्को में अपने रूसी समकक्ष निकोलाई पेत्रुशेव के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत की। रूस की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि दोनों पक्षों के बीच सुरक्षा के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग पर भी चर्चा की गई।

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बयान के मुताबिक, दोनों पक्षों ने दोनों देशों की सुरक्षा परिषदों के बीच वार्ता जारी रखने पर सहमति व्यक्त की जिसमें रूसी एवं भारतीय विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के प्रगतिशील विकास पर जोर हो। वार्ता के दौरान समग्र द्विपक्षीय रणनीतिक सहयोग के विभिन्न पहलुओं और अफगानिस्तान की स्थिति पर भी चर्चा हुई। मालूम हो कि भारत ने अभी तक यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की निंदा नहीं की है। भारत का रूस से कच्चे तेल का आयात भी अप्रैल के बाद से 50 गुना से अधिक बढ़ गया है और अब यह विदेश से आयातित कच्चे तेल का 10 प्रतिशत है।

यह यात्रा ऐसे वक्त में हो रही है जब यूक्रेन संघर्ष के बीच भारत ऊर्जा सुरक्षा सहित कई मुद्दों पर रूस के साथ लगातार बातचीत कर रहा है। एक अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट में हाल ही में कहा गया है कि रूस जून में सऊदी अरब को पछाड़कर भारत को कच्चे तेल का दूसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बन गया। भारत ने यह सुनिश्चित किया है कि मॉस्को से उसका तेल आयात उसकी ऊर्जा जरूरतों से निर्देशित होगा।

मंगलवार को, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस से भारत के लिए कच्चे तेल के आयात को सर्वश्रेष्ठ सौदा करार दिया। बैंकॉक में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए, जयशंकर ने रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया भर में ऊर्जा की कीमतों में वृद्धि पर चर्चा करते हुए कहा, "हम अपने हित के बारे में बहुत खुले और ईमानदार रहे हैं। मेरे पास एक देश है जिसकी प्रति व्यक्ति आय 2000 USD है, ये वे लोग नहीं हैं जो उच्च ऊर्जा की कीमतें वहन कर सकते हैं। यह मेरा नैतिक कर्तव्य है कि मैं सबसे अच्छा सौदा सुनिश्चित करूं।"


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