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COVID-19 संकट के समय हवाई यात्राओं में 'वायरस' के प्रसार का खतरा इसलिए है कम...

पिछले वर्षों में इसे लेकर के कुछ अध्ययन सामने आए हैं। यह कोरोना वायरस के परिप्रेक्ष्य में विमान में वायरस के प्रसार की बात नहीं करते बल्कि सिर्फ वायरस को लेकर निष्कर्ष पेश करते हैं

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 10:45 AM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 10:45 AM (IST)
COVID-19 संकट के समय हवाई यात्राओं में 'वायरस' के प्रसार का खतरा इसलिए है कम...
COVID-19 संकट के समय हवाई यात्राओं में 'वायरस' के प्रसार का खतरा इसलिए है कम...

नई दिल्ली। देश में घरेलू विमान सेवाओं की बहाली के बाद एक सवाल पूछा जा रहा है कि कोविड-19 संकट के समय हवाई यात्राओं में संक्रमण का जोखिम कितना है। साधारणत: विमान के अंदर वायरस के संक्रमण का खतरा कम माना जाता है, सिवाय उन मामलों को छोड़कर जिनमें संक्रमित व्यक्ति के नजदीक बैठकर यात्रा की जाए। पिछले वर्षों में इसे लेकर के कुछ अध्ययन सामने आए हैं। यह कोरोना वायरस के परिप्रेक्ष्य में विमान में वायरस के प्रसार की बात नहीं करते बल्कि सिर्फ वायरस को लेकर निष्कर्ष पेश करते हैं।

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इस प्रकार फैलता है संक्रमण : बूंदों के माध्यम से फैलने वाले संक्रमणों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) कहता है कि संक्रमण का प्रसार विमान के एक ही क्षेत्र में बैठे यात्रियों के बीच हो सकता है। आमतौर पर संक्रमित के खांसने या छींकने या छूने से। अत्यधिक संक्रामक स्थिति जैसे कि इन्फ्लूएंजा, इसके तब फैलने की संभावना है जब विमान का वेंटिलेशन सिस्टम काम नहीं कर रहा हो। वेंटिलेशन प्रति घंटे 20-30 बार हवा को परिर्वितत करता है।

कम लोगों को संक्रमण का खतरा : कोविड-19 के आने के बाद डब्ल्यूएचओ ने एक मीटर की दूरी रखने के निर्देश् दिए हैं। 2018 में एमोरी विश्वविद्यालय और जॉर्जिया टेक के शोधकर्ताओं ने बूंदों के माध्यम से फैलने वाले श्वसन रोग का पता लगाने के लिए विमान के अंदर का मॉडल तैयार किया। सीट 14 सी में संक्रमित यात्री को दर्शाता है। प्रसार की दर 11 सीटों पर 80 से 100 फीसद है व अन्य सभी सीटों के लिए 3 फीसद से कम है। निकटतम 11 सीटों से दूर संक्रमण के प्रसार की संभावना 1 फीसद से भी कम है।

सीट 14 सी का चुनाव : यह सिर्फ दृष्टांत है। हालांकि अध्ययन का वर्णन करने के लिए सीट 14सी का उपयोग करते हैं, इसमें फ्लाइट अटेंडेंट के एक जगह से दूसरी जगह जाने के कारण उन्हें 5 से 20 फीसद तक जोखिम अधिक हो सकता है। उधर, विशेषज्ञ मानते हैं कि कोई भी कोविड-19 के बारे में यह नहीं बता सकता है कि यह अध्ययन वहां पर लागू होगा या नहीं।

अन्य अध्ययन भी आए सामने : फ्लोरिडा के तीन संस्थानों ने अध्ययन में बताया है कि र्बोंिडग प्रक्रिया विमान में फैलने वाली बीमारी के खतरे को कम करती है। पैदल गतिशीलता का मॉडल बताता है कि कैसे लोग एक दूसरे से दूरी रखते हैं।

खिड़की दरवाजों के पास बैठने का अर्थ : आप खिड़की दरवाजों के पास बैठे हैं तो जोखिम वायु प्रवाह पर निर्भर करता है। यदि वायु प्रवाह खिड़की की ओर है तो यह जोखिम भरा हो सकता है।

बोर्डिंग प्रक्रियाएं : 2020 के अध्ययन में पाया गया कि कम बोर्डिंग क्षेत्रों का उपयोग करना बेहतर है। कई बार लोग सामान को रखते समय एक साथ जमा होते हैं, जिससे संपर्क बढ़ जाता है। अधिक र्बोंिडग क्षेत्र प्रक्रिया तेज करते हैं।


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