अभद्रता के मामले में एयर इंडिया का पायलट निलंबित, डीजीसीए अधिकारी से हो गई थी लड़ाई
एयर इंडिया ने प्रशिक्षण के दौरान नागर डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ बदसुलूकी करने के आरोपित कार्यकारी पायलट को निलंबित कर दिया है।
मुंबई, पीटीआइ। एयर इंडिया ने प्रशिक्षण के दौरान नागर विमान महानिदेशालय (डीजीसीए) के एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ बदसुलूकी करने के आरोपित कार्यकारी पायलट को निलंबित कर दिया है। पिछले सप्ताह जिन अधिकारी के साथ यह मामला हुआ था वह भी मूलत: एयर इंडिया से हैं। फिलहाल वह डीजीसीए में प्रतिनियुक्ति पर हैं। बताया जाता है कि डीजीसीए अधिकारी ने एयर इंडिया से शिकायत की। इसके बाद पायलट को जांच जारी रहने तक निलंबित कर दिया गया।
सूत्रों ने आधिकारिक शिकायत के हवाले से कहा, 'बी-777 सिमुलेटर पर दो पायलटों का मानक परीक्षण करने के बाद डीजीसीए अधिकारी रिपोर्ट तैयार कर रहे थे। उसी वक्त पायलट मास्क का बक्सा और सैनिटाइजर की कुछ बोतलें लेकर ब्रीफिंग रूम में पहुंचा। इसके बाद पायलट ने अधिकारी के साथ अभद्र व्यवहार किया।' इस संबंध में एयर इंडिया के मुख्य प्रवक्ता ने जवाब नहीं दिया, लेकिन एक अन्य प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें विषय की जानकारी नहीं है।
दरवाजों की सील को सही तरह से जांचें
डीजीसीए ने एयरलाइंस से विमान निर्माताओं द्वारा तय प्रक्रियाओं के अनुसार उनके विमानों के दरवाजों की सील का सावधानी से निरीक्षण करने को कहा है, ताकि उड़ान के दौरान विमान के अंदर दबाव संबंधी बाधा न पैदा हो। नियामक ने कहा कि ऐसे कुछ मामले आए हैं, जिनमें विमानों में हवा के बीच दबाव संबंधी गड़बडि़यां देखी गईं। तभी विमान में सील में गड़बड़ी समझ में आई और उसे सही किया गया। विमानों में परिष्कृत वायु नियंत्रण प्रणाली होती है ताकि उसमें पर्याप्त ऑक्सीजन का प्रवाह और दबाव रहे। अगर सील संबंधी चूक के कारण डी-कंप्रेशन होना यात्रियों एवं चालक दल के सदस्यों के लिए जानलेवा हो सकता है।