Move to Jagran APP

वायुसेना प्रमुख बोले- आर्थिक बदहाली के बावजूद आतंकवाद को बढ़ावा देता रहेगा पाकिस्‍तान, चीन ने पेश की बड़ी चुनौती

वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल विवेक राम चौधरी ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान द्वारा निकट भविष्य में कश्मीर केंद्रित रणनीति छोड़ने की संभावना नहीं है। यही नहीं अपनी आंतरिक समस्याओं और आर्थिक बदहाली के बावजूद वह आतंकवाद को प्रायोजित करना जारी रखेगा।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 10:50 PM (IST)Updated: Thu, 09 Dec 2021 12:57 AM (IST)
वायुसेना प्रमुख बोले- आर्थिक बदहाली के बावजूद आतंकवाद को बढ़ावा देता रहेगा पाकिस्‍तान, चीन ने पेश की बड़ी चुनौती
वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल विवेक राम चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर केंद्रित रणनीति नहीं छोड़ने वाला नहीं है।

नई दिल्ली, एएनआइ। वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल विवेक राम चौधरी ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान द्वारा निकट भविष्य में कश्मीर केंद्रित रणनीति छोड़ने की संभावना नहीं है। यही नहीं, अपनी आंतरिक समस्याओं और आर्थिक बदहाली के बावजूद वह आतंकवाद को प्रायोजित करना जारी रखेगा। सेंटर फार एयर पावर स्टडीज द्वारा आयोजित 18वीं सुब्रतो मुखर्जी सेमिनार को संबोधित करते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान के सशस्त्र बलों ने युद्ध लड़ने की नई अवधारणा विकसित कर ली है और उसने नवीनतम तकनीक खरीदकर उससे खुद को लैस कर लिया है।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि रणनीतिक तौर पर हम मुख्य रूप से रक्षात्मक युद्ध लड़ने से परमाणु सुरक्षा कवच के तहत आक्रामक सुरक्षा के लिए ज्यादा आक्रामक दृष्टिकोण अपनाने की ओर बढ़ रहे हैं। एयर मार्शल चौधरी ने कहा कि दुनिया को यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि आज के भारत में उस स्तर का जवाब देने की क्षमता और इच्छाशक्ति है जो देश को उचित लगता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उत्तरी सीमा पर गतिरोध के दौरान भारत ने कोरोना महामारी से निपटते हुए अपनी क्षमताएं प्रदर्शित कर दी हैं।

वायुसेना प्रमुख ने कहा कि देश के रणनीतिक लक्ष्यों के लिए चीन ने महत्वपूर्ण और दीर्घकालिक चुनौती पेश की है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की एयरफोर्स और पाकिस्तान एयरफोर्स दोनों ने उपकरणों और बुनियादी ढांचे के मामले में अपनी सैन्य क्षमताएं बढ़ा ली हैं। लिहाजा, भारतीय वायुसेना को भी तेजी से आधुनिकीकरण करने, अपने बेड़े का विस्तार करने और स्वदेशी निर्माण क्षमताओं में सुधार करने की जरूरत है।

एयर मार्शल चौधरी ने चेतावनी देते हुए कहा, 'भविष्य में हम पर सभी मोर्चो से हमला किया जा सकता है। इनमें आर्थिक नाकेबंदी से लेकर कूटनीतिक अलगाव और सैन्य गतिरोध से लेकर सूचनाओं का अभाव तक शामिल हैं। हमें पूरे परिदृश्य के लिए तैयार रहने की जरूरत होगी।'

उन्होंने कहा कि चीन का बढ़ता प्रभाव निश्चित रूप से आर्थिक क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाएगा। चीन विवादित सीमाओं पर उलझाकर हमें और सीमित करने की कोशिश करेगा। पीएलए की वायुसेना के संचालन ढांचे में तेजी से बढ़ोतरी से उसके आक्रामक इरादे स्पष्ट हैं। उपकरणों के मामले में उसके पास चौथी और पांचवी पीढ़ी के विमान हैं। इसके अलावा वह सुपरसोनिक ड्रोन का भी इस्तेमाल कर रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि चीन की यही आधिपत्य और उलझाने वाली नीतियां भारत को व्यापार और सैन्य क्षेत्र में अवसर उपलब्ध करा सकती हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.