महामारी व पश्चिम बंगाल हिंसा पर ओवैसी का सरकार पर हमला, जानें क्या कहा
पश्चिम बंगाल में हिंसा मामले पर AIMIM चीफ असद्दुदीन ओवैसी ने मंगलवार को कहा जीने का अधिकार सबका मौलिक हक है। लोगों की जिंदगी की सुरक्षा सरकार का पहला कर्तव्य होना चाहिए। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो वे अपने मौलिक कर्तव्यों के निर्वाह में असफल हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। पश्चिम बंगाल में हिंसा व देश में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर मामले पर ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के सुप्रीमो और सांसद असद्दुदीन ओवैसी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया। ओवैसी नेे कहा, 'जीने का अधिकार सबका मौलिक हक है। लोगों की जिंदगी की सुरक्षा सरकार का पहला कर्तव्य होना चाहिए। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो वे अपने मौलिक कर्तव्यों के निर्वाह में असफल हैं। हम भारत के किसी हिस्से में किसी सरकार की असफलता की निंदा करते हैं।'
ओवैसी ने प्रधानमंत्री पर हमला बोला और कहा, 'नरेंद्र मोदी अपने महल में आराम से बैठे हैं और महल के बाहर लोग ऑक्सीजन की कमी के कारण मर रहे हैं, क़ब्रिस्तान भरे जा रहे हैं और चिताएं जल रही हैं।'
नरेंद्र मोदी अपने महल में आराम से बैठे हैं और महल के बाहर लोग ऑक्सीजन की कमी के कारण मर रहे हैं, क़ब्रिस्तान भरे जा रहे हैं और चिताएं जल रही हैं - बैरिस्टर @asadowaisi pic.twitter.com/TkMpLdY261— AIMIM (@aimim_national) May 4, 2021
AIMIM अध्यक्ष ने PMO से विदेशों से कोविड संकट में मिल रही सहायता के बारे में जानकारी मांगी। साथ ही कहा कि 300 टन का जो सहयोग विदेश से प्राप्त वो राजनीतिक ड्रामा के कारण स्टोरेज में फंसा है। इस बारे में उन्होंने ट्विटर हैंडल पर भी लिखा है। इसमें उन्होंने विदेशों से आ रही मदद का विवरण मांगते हुए लिखा, ' देश को कम से कम 300 टन अंतरराष्ट्रीय सहायता मिली है। PMO हमें इस बात की जानकाारी नहीं दे रहा है कि इसका क्या हुआ ब्यूरोक्रेसी के कारण कितनी जीवन रक्षक सामग्री स्टोरेज में फंसी हुई है? यह अक्षमता नहीं बल्कि देश के नागरिकों के लिए दया का अभाव है।'