एम्स ने 14 डॉक्टरों को कहा, क्यों न आपको बर्खास्त कर दिया जाए
एम्स प्रशासन ने 14 रेजिडेंट डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि क्यों न आपको बर्खास्त कर दिया जाए?
जागरण संवाददाता,नई दिल्ली। एम्स में आवासीय परिसर और संस्थान के विस्तार परियोजनाओं पर अमल के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की तीन कंपनियों के साथ हुए समझौता समारोह में रेजिडेंट डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस पर एम्स प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए 14 रेजिडेंट डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि क्यों न आपको बर्खास्त कर दिया जाए?
एम्स ने नोटिस में कहा है कि 2002 में हाई कोर्ट के निर्णय के अनुसार अस्पताल में किसी भी तरह से विरोध प्रदर्शन पर पाबंदी है ताकि मरीजों को परेशानी न हो। मंगलवार को एम्स में आधिकारिक कार्यक्रम था, जिसमें केंद्र सरकार के दो मंत्री भी मौजूद थे।
उसमें रेजिडेंट डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन करने के साथ नारेबाजी भी की थी। एम्स प्रशासन ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए बृहस्पतिवार तक 14 रेजिडेंट डाक्टरों से जवाब मांगा है। नोटिस मिलने के बाद मेडिकल छात्रों और रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठनों ने देर शाम आपात बैठक की और बृहस्पतिवार को कैंडल मार्च करने का निर्णय लिया है। रेजिडेंट डॉक्टर इस मामले पर झुकने को तैयार नहीं है।
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