कृषि मंत्री तोमर ने कहा- विश्व बैंक की मदद से मध्य प्रदेश में चंबल के बीहड़ को बनाएंगे खेती योग्य
विश्व बैंक की मदद से मध्य प्रदेश में चंबल के बीहड़ में करीब तीन लाख हेक्टेयर जमीन को खेती योग्य बनाया जाएगा।
जेएनएन, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में चंबल के बीहड़ में करीब तीन लाख हेक्टेयर जमीन को खेती योग्य बनाया जाएगा। विश्व बैंक की मदद से इस परियोजना पर काम होगा। प्रारंभिक रिपोर्ट महीनेभर में तैयार हो जाएगी। नई दिल्ली में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विश्व बैंक व मध्य प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों एवं कृषि विशेषज्ञों के साथ हुई बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यह जानकारी दी।
बीहड़ क्षेत्र में खेती तथा पर्यावरण में सुधार होगा और रोजगार के अवसर होंगे पैदा
तोमर ने कहा कि परियोजना से बीहड़ क्षेत्र में खेती तथा पर्यावरण में सुधार होगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने बताया कि पहले भी चंबल क्षेत्र के लिए बीहड़ विकास परियोजना प्रस्तावित थी, लेकिन किन्हीं कारणों से विश्व बैंक इसमें सहयोग पर राजी नहीं हुआ। अब नए सिरे से इसकी शुरुआत की गई है। प्रोजेक्ट के माध्यम से क्षेत्र में सुधार के बाद वहां खेती प्रारंभ होगी। इससे यह क्षेत्र जैविक रकबे में जुड़ेगा, जो बड़ी उपलब्धि होगी।
मध्य प्रदेश में अन्य प्रदेशों का आकलन करके परियोजना का प्रारूप बनाया जाएगा
बैठक में मध्य प्रदेश के कृषि संचालक संजीव सिंह ने बताया कि प्रदेश में कृषि की वर्तमान स्थितियों और अन्य प्रदेशों का आकलन करते हुए परियोजना का प्रारूप बनाया जाएगा। प्रोजेक्ट को मिशन मोड में लेकर अत्याधुनिक तकनीक के साथ काम होगा। प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त केके सिंह ने कहा कि विश्व बैंक के सहयोग और उपग्रह से ली गई तस्वीरों समेत अन्य माध्यमों से परीक्षण कर प्रारूप बनाया जाएगा। केंद्रीय कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने कहा कि रिसर्च, तकनीक, इन्फ्रास्ट्रक्चर, पूंजीगत लागत, निवेश जैसे मसलों पर विचार किया जाएगा।
विश्व बैंक व मध्य प्रदेश ने दी सैद्धांतिक सहमति
विश्व बैंक के अधिकारी आदर्श कुमार के मुताबिक बैंक मध्य प्रदेश में काम करने को इच्छुक है। परियोजना से जुड़े जिलों में निवेश के माध्यमों और तौर-तरीकों पर बैंक गहराई से काम करेगा।