12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के बाद अब जेईई और नीट को लेकर सरकार की बढ़ी उलझन
सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के रद होने के बाद अब जेईई (ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामनेशन) मेंस और नीट जैसी परीक्षाओं को लेकर सरकार की उलझन बढ़ गई है। फिलहाल जो संकेत मिल रहे हैं उनमें इन सभी परीक्षाओं को जुलाई के बाद कराया जा सकता है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के रद होने के बाद अब जेईई (ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामनेशन) मेंस और नीट ( नेशनल एलिजबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट) जैसी परीक्षाओं को लेकर सरकार की उलझन बढ़ गई है। फिलहाल जो संकेत मिल रहे हैं, उनमें इन सभी परीक्षाओं को जुलाई के बाद कराया जा सकता है। इनकी तारीखों की घोषणा जल्द हो सकती है। कोरोना के खतरे को देखते हुए फिलहाल इन सभी परीक्षाओं स्थगित रखा गया है।
जुलाई के बाद हो सकतीं परीक्षाएं, फिलहाल एक अगस्त को नीट प्रस्तावित
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ( एनटीए) से जुड़े सूत्रों की मानें तो कोरोना संक्रमण की रफ्तार में जिस तेजी से गिरावट दर्ज हो रही है, उसमें जुलाई तक संक्रमण काफी कम हो सकता है। इसके बाद कभी भी परीक्षाएं कराई जा सकती हैं। फिलहाल जिन परीक्षाओं को सबसे पहले कराया जा सकता है, उनमें जेईई मेंस और नीट शामिल हैं। वैसे भी एक अगस्त को नीट की तारीख घोषित है।
जल्द ही शुरू हो सकती है रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
हालांकि अब तक 12वीं की परीक्षा लटके होने से इसके लिए रजिस्ट्रेशन का काम नहीं हो पाया था, लेकिन एनटीए ने जो संकेत दिए हैं, उनमें इसके रजिस्ट्रेशन का काम जल्द ही शुरू हो सकता है। इसके साथ ही जेईई मेंस के बाकी बचे दो चरण की परीक्षाओं की तारीखें जल्द घोषित हो सकती हैं। खास बात यह है कि कोरोना के रफ्तार पकड़ने के पहले जेईई मेंस की दो चरणों की परीक्षाएं हो चुकी हैं।
पीएम की अध्यक्षता में लिया गया फैसला
भारत सरकार ने मंगलवार को बारहवीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा रद करने की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। इस बारे में पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि भारत सरकार ने बारहवीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को रद करने का फैसला किया है। व्यापक विचार-विमर्श के बाद हमने छात्रों के अनुकूल निर्णय लिया है, जो हमारे युवाओं के स्वास्थ्य के साथ-साथ भविष्य की रक्षा करता है। इससे पहले 14 अप्रैल को केंद्र सरकार ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद करने का फैसला लिया था।