सिंगापुर के बाद भारत ने दुनिया के दूसरे देशों के साथ हैकाथॉन को लेकर दिखाई रुचि, इन देशों से किया संपर्क
हैकाथॉन की थीम स्वास्थ्य शिक्षा और क्लीन एनर्जी रखी गई है। जिसमें इससे जुड़ी पांच समस्याओं पर दोनों देशों के शोध और नवाचार से जुड़े प्रतिभाशाली युवा काम करेंगे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। शोध और नवाचार को लेकर भारत ने सिंगापुर के बाद अब दुनिया के दूसरे देशों के साथ भी साझा हैकाथॉन को लेकर रुचि दिखाई है। फिलहाल इसे लेकर भारत ने बिम्सटेक देशों सहित कनाड़ा, आस्ट्रेलिया और अफ्रीकी देशों से संपर्क किया है।
हालांकि इनमें बिम्सटेक देशों के साथ जल्द ही साझा हैकाथॉन की संभावना जताई गई है। मौजूदा समय में बिम्सटेक संगठन में भारत के अलावा भूटान, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार और थाइलैंड जैसे सात देश शामिल है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के उच्च शिक्षा सचिव आर सुब्रमण्यम ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में इसकी जानकारी दी। साथ ही भारत-सिंगापुर के बीच 28 और 29 सिंतबर को आईआईटी मद्रास में आयोजित होने वाले दूसरे साझा हैकाथॉन का भी ऐलान किया।
पीएम मोदी करेंगे पुरस्कृत
उन्होंने बताया कि इसके विजेताओं और प्रतिभागियों को 30 सिंतबर को आइआइटी मद्रास में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुरस्कृत करेंगे। इस दौरान वह आइआइटी के दीक्षांत समारोह में भी शिरकत करेंगे। इस आयोजन में सिंगापुर के शिक्षा मंत्री ओंग-ये कुंग भी हिस्सा लेंगे।
गौरतलब है कि भारत और सिंगापुर के बीच साझा हैकाथन की शुरूआत पिछले साल यानि 2018 में हुई थी। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंगापुर के दौरे पर गए हुए थे।
स्वास्थ्य, शिक्षा और क्लीन एनर्जी होगी हैकाथन की थीम
सुब्रमण्यम के मुताबिक हैकाथॉन की थीम स्वास्थ्य, शिक्षा और क्लीन एनर्जी रखी गई है। जिसमें इससे जुड़ी पांच समस्याओं पर दोनों देशों के शोध और नवाचार से जुड़े प्रतिभाशाली युवा काम करेंगे। इसमें कुल 20 टीमें काम करेगी। प्रत्येक टीम में छह सदस्य होंगे, जिसमें तीन भारतीय और तीन सिंगापुर के छात्र होंगे। साथ ही प्रत्येक टीम के दो मेंटर भी होंगे। भारत की ओर से इस साझा हैकाथन में भारतीय तकनीकी संस्थानों के बीच कराए गए हैकाथॉन के विजेताओं को मौका मिलेगा।
बेहतर प्रदर्शन करने वाली टीम को मिलेगा दस हजार डॉलर का ईनाम
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के अध्यक्ष अनिल सहत्रबुद्धे के मुताबिक हैकाथॉन में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाली टीम को दस हजार डालर यानि 7.08 लाख रुपए दिए जाएंगे। जबकि दूसरे नंबर की टीम को आठ हजार डालर, तीसरे नंबर की टीम को छह हजार और चौथे नंबर की टीम को चार हजार डालर दिए जाएंगे। इसके साथ ही प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागी टीमों को दो-दो हजार डालर दिए जाएंगे। पुरस्कार की यह राशि भारत-सिंगापुर दोनों आधा-आधा देंगे।