कोरबा: शादी के 7 साल तक नहीं हुए बच्चे, चलता रहा उपचार, अचानक हुआ चमत्कार, एक साथ पैदा हुए चार
कोसाबाड़ी इलाके के एक निजी अस्पताल में महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है। यह सभी बच्चे पूरी तरह स्वस्थ्य हैं और प्रसुता की हालत भी सामान्य बताई गई है।
कोरबा, जेएनएन। किसी परिवार में बच्चे की किलकारी गूंजना उस परिवार के लिए खुशियों का पल लेकर आता है। कभी- कभी लोगों के घर जुड़वा बच्चे होते हैं और इसे लोग दोहरी खुशी कहते हैं, लेकिन यदि एक साथ चार- चार बच्चों को जन्म हो तो उसे चौतरफा खुशी कहना भी मुनासिब होगा। ऐसी ही चौतरफा खुशी का तोहफा आ आज कोरबा के एक दंपत्ति की गोद में आया। यहां कोसाबाड़ी इलाके के एक निजी अस्पताल में महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है। यह सभी बच्चे पूरी तरह स्वस्थ्य हैं और प्रसुता की हालत भी सामान्य बताई गई है।
कृष्णा हॉस्पिटल में एक महिला ने 4 बच्चे को जन्म दिया है। जन्म लेने वाले बच्चों में तीन लड़की और एक लड़का शामिल है। प्रसूता और बच्चे स्वस्थ हैं। कोरबा जिले के अंतर्गत रिस्दी निवासी प्रियंका किरण पति शंकरलाल किरण को प्रसव पीड़ा होने पर कोसाबाड़ी स्थित कृष्णा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। बच्चों के पिता स्कूल में शिक्षक हैं और शादी के सात साल बाद दंपत्ति के यहां यह खुशी आई है। इससे पहले उनके बच्चे नहीं थे और दंपत्ति उपचार भी करा रहे थे। कौतूहलवश लोग बच्चों को देखने अस्पताल पहुंच रहे हैं। सभी बच्चों को कुल वजन सवा छह किलो बताया जा रहा है। यह सभी बच्चे आठवें महीने में ही पैदा हो गए हैं।
इस विषय में अस्पताल के डॉ विशाल उपाध्याय ने बताया कि यह काफी दुर्लभ मामला है और महिला का प्रसव कराना भी बेहद चुनौतीपूर्ण काम था, क्योंकि महिला के शरीर में प्रोटीन का स्तर बेहद कम था। ऐसे में इस बात को लेकर अनिश्चितता थी कि प्रसव के दौरान कोई अनहोनी न हो जाए। मेडिकल साइंस की भाषा में इसे क्वाटरेक्स प्ले कहा जाता है। समय पूर्व प्रसव की वजह सामान्य डिलिवरी नहीं हो सकी और डॉक्टरों को प्रसव के लिए ऑपरेशन करना पड़ा। अब सभी बच्चे पूरी तरह स्वस्थ्य हैं और मां को भी किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है।