Move to Jagran APP

पुलवामा आतंकी हमले के बाद सेना के तीनों अंगों को मिले ज्यादा अधिकार

पुलवामा आतंकी हमले के बाद सरकार ने पाकिस्तानी सीमा पर रक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिए सेना के तीनों अंगों को हथियार और सैन्य हार्डवेयर खरीदने के लिए आपात अधिकार दिए हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 16 Apr 2019 11:48 PM (IST)Updated: Tue, 16 Apr 2019 11:48 PM (IST)
पुलवामा आतंकी हमले के बाद सेना के तीनों अंगों को मिले ज्यादा अधिकार
पुलवामा आतंकी हमले के बाद सेना के तीनों अंगों को मिले ज्यादा अधिकार

 नई दिल्ली, प्रेट्र। पुलवामा आतंकी हमले के आलोक में सरकार ने पाकिस्तानी सीमा पर रक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिए सेना के तीनों अंगों को हथियार और सैन्य हार्डवेयर खरीदने के लिए आपात अधिकार दिए हैं। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी।

loksabha election banner

सरकार ने रक्षा खरीद के कुछ नियमों को भी आसान बनाया है। तीनों सेनाओं को हथियार और अन्य उपकरण अब एक ही वेंडर से खरीदने की इजाजत दे दी गई है।

पिछले साल मार्च में रक्षा मंत्रालय ने तीनों सेना के उप प्रमुखों को अतिरिक्त वित्तीय अधिकार दिए गए थे। ऑपरेशन संबंधी तैयारी के लिए उन्हें 100 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 500 करोड़ रुपये तक के गोला-बारूद खरीदने का अधिकार दिया गया था।

अब सरकार ने पाकिस्तानी की किसी भी हिमाकत का जवाब देने के लिए थेल सेना, वायु सेना और नौ सेना को अहम हथियार और उपकरण खरीदने के अधिकार दिए हैं। अब सेना के तीनों अंग 300 करोड़ रुपये के प्रत्येक प्रस्ताव को मंजूरी दे सकेंगे।

बता दें कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद ने पुलवामा में आतंकी हमला किया था, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक कर जैश के आतंकी ठिकाने को तबाह कर दिया था।

एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने भी हवाई हमला करने का दुस्साहस किया था। लेकिन भारतीय वायु सेना ने उसके एक एफ -16 विमान को मार गिराया था। पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को खदेड़ते समय भारतीय वायु सेना का मिग 21 गिर गया था। पाकिस्तान ने भारतीय पायलट अभिनंदन वर्तमान को बंदी बना लिया था। लेकिन भारत के दबाव के बाद उसे दो दिन बाद ही अभिनंदन को सकुशल वापस करना पड़ा था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.