प्रधानमंत्री मोदी का ट्विटर हैंडल थोड़ी देर के लिए हुआ हैक, जानिए इस घटना पर क्या बोला ट्विटर
यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री से जुड़े किसी हैंडल से छेड़छाड़ की गई है। सितंबर 2020 में उनकी निजी वेबसाइट का हैंडल हैक कर लिया गया था और तब भी अकाउंट से बिटकाइन को बढ़ावा देने वाले ट्वीट पोस्ट किए गए थे।
नई दिल्ली, प्रेट्र। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का निजी ट्विटर हैंडल रविवार को कुछ समय के लिए हैक कर लिया गया और इससे एक ट्वीट किया गया कि भारत ने आधिकारिक रूप से बिटकाइन को कानूनी मान्यता दे दी है। ट्विटर के समक्ष मामला उठाए जाने के बाद अकाउंट को तुरंत सुरक्षित कर लिया गया। यह पता नहीं चल सका कि प्रधानमंत्री का ट्विटर हैंडल कितने समय तक हैक रहा। ट्विटर पर प्रधानमंत्री के 7.34 करोड़ से ज्यादा फालोअर हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ट्विटर हैंडल कुछ देर के लिए हैक कर लिया गया था। मामले को ट्विटर के समक्ष उठाया गया और अकाउंट को तत्काल सुरक्षित कर लिया गया। अकाउंट के कुछ समय तक हैक रहने के दौरान साझा किए गए किसी भी ट्वीट को नजरअंदाज किया जाए।'
प्रधानमंत्री के ट्विटर हैंडल को हैक किए जाने के बाद एक ट्वीट में यह भी दावा किया गया कि भारत ने आधिकारिक तौर पर 500 बीटीसी खरीदे हैं और उन्हें वह अपने नागरिकों के बीच वितरित कर रहा है। इस संबंध में एक लिंक भी साझा किया गया जिसमें लोगों से जल्दी करने के लिए कहा गया था। इसमें कहा गया, भविष्य आज आपके सामने है।
कई यूजर्स ने तत्काल कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अकाउंट हैक हो गया है। युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. जैसे कुछ लोगों ने अब हटाए जा चुके ट्वीट का स्क्रीनशाट पोस्ट करते हुए ट्वीट किया, 'सुप्रभात मोदी जी, सब चंगा सी?'
इसके पहले पीएम मोदी की निजी वेबसाइट हुई थी हैक
यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री से जुड़े किसी हैंडल से छेड़छाड़ की गई है। सितंबर, 2020 में उनकी निजी वेबसाइट का हैंडल हैक कर लिया गया था और तब भी अकाउंट से बिटकाइन को बढ़ावा देने वाले ट्वीट पोस्ट किए गए थे। मोदी का अकाउंट अकेला नहीं है जिसे हैकर ने क्रिप्टोकरेंसी बिटकाइन को बढ़ावा देने के लिए निशाना बनाया है। इससे पहले बराक ओबामा, बिल गेट्स सहित कई प्रसिद्ध हस्तियों के अलावा मनोरंजन जगत से जुड़े लोगों के ट्विटर हैंडल को निशाना बनाया जा चुका है। मालूम हो कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भारत का रुख सख्त है। मोदी क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े जोखिमों को उजागर करने में मुखर रहे हैं।
हाल में प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा आयोजित लोकतंत्र शिखर सम्मेलन और सरकारी अधिकारियों के साथ आंतरिक बैठकों में इस मुद्दे पर चर्चा भी की थी। सरकार की चिंता है कि क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल निवेशकों को भ्रामक दावों के साथ लुभाने, आतंकी गतिविधियों के वित्त पोषण और धन शोधन के लिए किया जा सकता है। केंद्र सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी पर एक विधेयक पेश करने की संभावना है।
जानिए ट्विटर ने क्या कहा..
ट्विटर के प्रवक्ता ने आइएएनएस को बताया, 'प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ संवाद की हमारी लाइनें चौबीसों घंटे खुली रहती हैं। जैसे ही हमें इस गतिविधि के बारे में पता चला, हमारी टीमों ने हैक किए गए अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए। हमारी जांच से पता चला है कि इस समय किसी अन्य प्रभावित अकाउंट के कोई संकेत नहीं हैं।'