पांच दिन बाद घर पहुंचे सीएमएचओ दहलीज से चाय पीकर ही लौट आए, सभी कर रहे हैं सराहना
कोरोना की महामारी से लोगों को बचाने के लिए देश के सभी डॉक्टर पूरे मनोयोग से मरीजों के इलाज में जुटे हैं। वे कई दिनों तक शहर में होने के बावजूद घर नहीं जा पा रहे हैं।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। कोरोना की महामारी से लोगों को बचाने के लिए देश के सभी डॉक्टर पूरे मनोयोग से मरीजों के इलाज में जुटे हैं। वे कई दिनों तक शहर में होने के बावजूद घर नहीं जा पा रहे हैं। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. सुधीर डेहरिया इसी कर्तव्यपरायणता की जीती-जागती मिसाल हैं। सोमवार को वे पांच दिन बाद घर पहुंचे और चाय पीकर ही घर की दहलीज से ही लौट आए। मंगलवार को उनकी यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। देश के कोने-कोने से उनकी इस कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की जा रही है। लोग उन्हें सलाम कर रहे हैं। उनकी तारीफ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी की है।
भोपाल में कोरोना वायरस से निपटने के लिए स्वास्थ्य टीम का नेतृत्व कर रहे हैं डेहरिया
दरअसल, डेहरिया भोपाल जिले में कोरोना वायरस से निपटने के लिए स्वास्थ्य टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। प्रदेश की राजधानी होने से उन पर दबाव भी ज्यादा है। इसलिए संकट के इस दौर में कई दिनों तक वे परिजन से भी नहीं मिल पा रहे हैं। दैनिक जागरण के सहयोगी प्रकाशन नईदुनिया में खबर प्रकाशित होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी फोटो को फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा कि डॉक्टर डेहरिया और इन जैसे हजारों-लाखों कोरोना वारियर्स को मेरा शत-शत नमन।
इन्होंने भी सराहा
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी उनकी तारीफ करते हुए फेसबुक पर लिखा कि ये है देशभक्ति। अपने काम को निष्ठा से पूरा करना ही सच्ची देशभक्ति है, सच्ची पूजा है। कवि इमरान प्रतापगढ़ी, उत्तर प्रदेश के आइपीएस अधिकारी एडीजी नवनीत सिकेरा ने भी उनके इस जज्बे को सलाम किया है।
पतंग के जरिये 'हीरो' का गुणगान
भोपाल में सेवा संकल्प युवा संगठन ने लोगों को महामारी से बचने का संदेश देने के लिए नया प्रयोग किया है। समिति ने एक दर्जन से अधिक पतंगें उड़ाई। इन पतंगों में एक ही संदेश लिखा है 'सीएमएचओ डॉ. सुधीर डेहरिया हमारे हीरो हैं'।
एसडीएम ने शादी स्थगित कर निरस्त कराई छुट्टी
लॉकडाउन के दौरान अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा से निभाने के लिए नरसिंहपुर जिले के करेली की एसडीएम संघमित्रा बौद्ध ने 12 अप्रैल को होने वाली अपनी शादी स्थगित कर दी है। मूलत: दतिया निवासी संघमित्रा का विवाह भिंड में पदस्थ एसडीएम अभिषेक चौरसिया से होना था। 8 फरवरी को सगाई हो गई थी। इसके बाद शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
दोनों ने मार्च के शुरआती दिनों में छुट्टी के लिए आवेदन भी कर दिया था। अवकाश स्वीकृत भी हो गए, लेकिन कोरोना संकट को देखते हुए दोनों ने शादी स्थगित करने का निर्णय लिया व छुट्टी पर न जाकर अपने क्षेत्र की जनता को सेवाएं देने का फैसला किया है। संघमित्रा ने कोरोना बचाव एवं राहत कार्य के लिए नरसिंहपुर जिले के लिए 10 हजार रपये एवं मप्र प्रशासनिक सेवा संघ में 10 हजार रपये भी दिए हैं।