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Balakot: 27 फरवरी के हमले में पाकिस्तान हथियारों को बनाता निशाना तो सेना थी हमले के लिए तैयार

27 फरवरी को संघर्ष के बाद पाकिस्तान ने कहा था कि उसके विमानों ने जानबूझकर भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया और उसकी वायुसेना के हमले का उद्देश्य भारत को कड़ा संदेश देना था।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Thu, 19 Dec 2019 08:24 AM (IST)Updated: Thu, 19 Dec 2019 09:11 AM (IST)
Balakot: 27 फरवरी के हमले में पाकिस्तान हथियारों को बनाता निशाना तो सेना थी हमले के लिए तैयार
Balakot: 27 फरवरी के हमले में पाकिस्तान हथियारों को बनाता निशाना तो सेना थी हमले के लिए तैयार

नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर करारा पलटवार किया होता अगर उसकी वायुसेना ने 27 फरवरी को राजौरी के पास गोला-बारूद के भंडार पर बम गिराए होते। भारतीय सेना इसके लिए पूरी तरह तैयार थी। सेना के सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलवामा में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविरों पर एयर स्ट्राइक की थी। अगले दिन पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश करके पलटवार किया था, लेकिन उसके विमानों को खदेड़ दिया गया था।

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वायुसेना के बीच संघर्ष में पाकिस्तान ने भारत के एक मिग-21 बाइसन को मार गिराया था और भारतीय पायलट अभिनंदन को बंदी बना लिया था। हालांकि एक मार्च को पाकिस्तान ने अभिनंदन को रिहा कर दिया था। उस संघर्ष में अभिनंदन ने भी अपना विमान नष्ट होने से पहले पाकिस्तान के एक एफ-16 विमान को मार गिराया था।27 फरवरी को वायुसैनिक संघर्ष के बाद पाकिस्तान ने कहा था कि उसके युद्धक विमानों ने जानबूझकर भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया था और उसकी वायुसेना के हमले का उद्देश्य नई दिल्ली को कड़ा संदेश देना था।

सिक्किम में होगी आइबीजी की पहली तैनाती

सूत्रों ने यह भी बताया कि भारतीय सेना के इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप्स (आइबीजी) को अगले साल पहले सिक्किम सेक्टर और बाद में अन्य प्रमुख क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा। आइबीजी में आर्टिलरी गंस, टैंक्स, एयर डिफेंस और लॉजिकल एलीमेंट्स शामिल होंगे। यह अपने आप में युद्ध के लिए पूर्ण रूप तैयार एक इकाई होगी। सभी आइबीजी के प्रमुख मेजर जनरल रैंक के अधिकारी होंगे। आइबीजी की तैनाती से विभिन्न प्रमुख सेक्टरों में सैनिकों की तैनाती में कमी आने की संभावना है।


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