Aero India 2021 Show: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन और पाकिस्तान पर साधा निशाना, बोले- वैश्विक खतरा बना आतंकवाद
Aero India 2021 Show देश की प्रमुख एयरो स्पेस और रक्षा प्रदर्शनी एयरो इंडिया-2021 के 13 वें संस्करण का आयोजन बेंगलुरु के येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर हो रहा है। इस दौरान रक्षा मंत्रालय ने 83 एलसीए तेजस लड़ाकू विमानों का अनुबंध एचएएल को सौंपा।
बेंगलुरु, एएनआइ। देश की प्रमुख एयरो स्पेस और रक्षा प्रदर्शनी एयरो इंडिया-2021 के 13 वें संस्करण का आयोजन बेंगलुरु के येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर हो रहा है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) इसका आयोजन कर रहा है। इस शो के माध्यम से रक्षा क्षेत्र में भारत दुनिया को अपनी ताकत दिखा रहा है। इस तीन दिवसीय शो का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उद्घाटन किया। उन्होंने पाकिस्तान और चीन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत कई मोर्चों पर खतरों और चुनौतियों का सामना कर रहा है। वह एक देश द्वारा प्रायोजित आतंकवाद का शिकार है, जो अब एक वैश्विक खतरा बन गया है। हमने अपनी सीमाओं पर यथास्थिति बदलने के दुर्भाग्यपूर्ण प्रयासों को देखा है।
राजनाथ ने यह भी कहा कि देश हर कीमत पर अपने लोगों और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए किसी भी दुस्साहस का मुकाबला करने और उसे हराने के लिए सतर्क और तैयार है। इस अवसर पर तीनों वायुसेना अध्यक्ष मौजूद रहे। कर्नाटक मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा भी मौजूद रहे। इस दौरान रक्षा मंत्रालय ने 83 एलसीए तेजस लड़ाकू विमानों का अनुबंध एचएएल को सौंपा।
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न्यू इंडिया के लिए नए लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना है
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज जब दुनिया इतनी तेजी से बदल रही है और हमारे सामने एक नया वर्ल्ड ऑर्डर उभर रहा है। हमें अपने न्यू इंडिया के लिए नए लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना है। मुझे यह देखकर खुशी है कि डीआरडीओ लगातार प्रौद्योगिकी विकसित कर रहा है, जो हमें इन लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा। इन लक्ष्यों के मद्देनजर हाल ही में हमने आकाश एनजी मिसाइल, एंटी-रेडिएशन मिसाइल-रुद्रम, एमआरएसएएम आदि जैसे कई सफल परीक्षण किए हैं। कई परीक्षणों में, हमें अपने पहले ही प्रयास में सफलता मिली है। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
आत्मनिर्भरता में डीआरडीओ की बड़ी भूमिका
सरकार द्वारा भारतीय वायुसेना में 83 तेजस विमानों को शामिल करने का हालिया निर्णय स्वदेशी रूप से विकसित प्रणालियों जैसे बम, सोनार रडार, संचार प्रणाली, आयुध आदि की सफलताएं देश की आत्मनिर्भरता में डीआरडीओ की भूमिका को दर्शाती हैं। मुझे पता चला है कि पिछले वर्ष, डीआरडीओ ने उद्योग के साथ 225 लाइसेंस समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। यह डीआरडीओ द्वारा विकसित तकनीकों में उद्योगों के विश्वास को दर्शाता है।
- एयर शो में शामिल होने पहुंचा अमेरिकी बमवर्षक विमान बी-1बी लांसर। ये विमान साउथ डकोटा स्थित एल्सवर्थ एयरफोर्स बेस की 28वीं विंग का हिस्सा हैं। यह यहां 26 घंटे की उड़ान भरकर पहुंचा है। लंबी उड़ान भरने वाले इस सुपरसोनिक विमान ने अपने स्थायी बेस से दुनिया के कोने-कोने तक जाकर अपने अभियानों को पूरा किया है।
- कर्नाटक के बेंगलुरु में एयरो इंडिया -2021 में त्रिशूल फर्मेशन करते सुखोई Su-30MKI फाइटर्स।
- एयरो इंडिया शो में भारतीय वायुसेना का Su-30MKI फाइटर जेट को प्रदर्शित किया गया है। ये ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के एयर-लॉन्च्ड वर्जन है। वायु सेना का एक समर्पित स्क्वाड्रन इन मिसाइलों से लैस है जो 400 किमी से अधिक दूरी पर लक्ष्य को मार सकता है।
- रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने एयरो इंडिया में पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट का प्रदर्शन किया है। इसको बनाने का काम जारी है। डीआरडीओ के अनुसार, विमान की मल्टीरोल फाइटर प्लेन की सभी क्षमताओं से लैस होगा।
- ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को तटीय रक्षा भूमिका में बेंगलुरु में एयरो इंडिया शो में प्रदर्शित किया गया। भारतीय नौसेना इसको अपने बेड़े शामिल करने जा रही है।
- बेंगलुरु में एयरो इंडिया शो की शुरुआत हुई। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा फ्लाईपास्ट को दौरान मौजूद रहे।
सरकार ने देश की सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए कदम उठाए
राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि सरकार ने देश की सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। बड़े और जटिल रक्षा प्लेटफार्मों का घरेलू विनिर्माण अब 'आत्मानिभर भारत अभियान ’के तहत हमारी नीति पर केंद्रित हो गया है। अगले सात-आठ वर्षों में सैन्य आधुनिकीकरण पर 130 बिलियन डॉलर खर्च करने की योजना बनाई गई है।
निवेश को बढ़ावा देगा एयरो इंडिया 2021
राजनाथ ने कहा कि वैश्विक महामारी के कारण उत्पन्न बाधाओं के बावजूद, इस वर्ष के आयोजन में इतनी बड़ी संख्या में प्रतिभागियों को देखकर प्रसन्नता हो रही है। एयरो इंडिया 2021 भारत की विशाल क्षमता और हमारे देश में डिफेंस और एयरोस्पेस के क्षेत्र में विविध अवसरों को प्रदर्शित करेगा। यह निवेश को बढ़ावा देगा, विनिर्माण का विस्तार करेगा, उद्यमों का समर्थन करेगा, प्रौद्योगिकी के स्तर की सराहना और वृद्धि करेगा और देश के लिए आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा।
अब तक का सबसे बड़ा 'मेक इन इंडिया' डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा, ' मुझे बहुत खुशी है कि एचएएल को 83 नए स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) के विकास के ऑर्डर मिले हैं। भारतीय वायु सेना से तेजस MK1A का मूल्य 48,000 करोड़ रुपये से अधिक है। यह अब तक का सबसे बड़ा 'मेक इन इंडिया' डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट है। मुझे बताया गया है कि लगभग 80 विदेशी कंपनियों, रक्षा मंत्रियों, प्रतिनिधियों, सेवा प्रमुखों और 55 से अधिक देशों के अधिकारियों सहित लगभग 540 प्रदर्शक इस आयोजन में भाग ले रहे हैं। यह वैश्विक समुदाय के बढ़ते आशावाद को दर्शाता है। मैं मालदीव, यूक्रेन, इक्वेटोरियल गिनी, ईरान, कोमोरोस और मेडागास्कर के रक्षा मंत्रियों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने इस कार्यक्रम में शिरकत की और उन लोगों का भी आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने वर्चुअली इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।'
— ANI (@ANI) February 3, 2021
83 एलसीए तेजस लड़ाकू विमानों का अनुबंध एचएएल को सौंपा गया
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत सरकार ने रक्षा क्षेत्र में एफडीआई को ऑटोमैटिक रूट के माध्यम से 74% और सरकारी मार्ग के माध्यम से 100% तक बढ़ाया है, जो विदेशी खिलाड़ियों के लिए भारत में निवेश करने के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा। रक्षा मंत्री के संबोधन से पहले रक्षा मंत्रालय ने 83 एलसीए तेजस लड़ाकू विमानों का अनुबंध एचएएल को सौंपा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत रक्षा और एयरोस्पेस में असीमित क्षमता प्रदान करता है। इन क्षेत्रों में सहयोग के लिए एयरो इंडिया एक अद्भुत मंच है। भारत सरकार ने इन क्षेत्रों में भविष्य के मद्देनजर सुधार लाए हैं।
तीन दिवसीय एयरो शो में हर दिन तीन हजार लोग शामिल होंगे
बता दें कि आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इंडिया' अभियान को बल देने वाले इस हाईब्रिड एयर शो में फिजिकल और वर्चुअल प्रदर्शनी का पहली बार समावेश होगा। इस शो में भारत से रक्षा क्षेत्र में साझेदारी के इरादे से अमेरिकी सरकार का प्रतिनिधिमंडल और रक्षा उद्योग के अधिकारी भी शामिल हो रहे हैं। इस एयरोस्पेस शो में शामिल होने के लिए 31 जनवरी को कराए गए कोविड-19 के आरटी-पीसीआर टेस्ट में नेगेटिव आना जरूरी है। इस तीन दिवसीय एयरो शो में हर दिन तीन हजार लोग शामिल होंगे। प्रदर्शनी में कुल 601 कंपनियां शामिल हो रही हैं। इसमें से 523 भारतीय और 78 विदेशी कंपनी हैं। जबकि 14 देशों ने इसमें शामिल होने की पुष्टि कर दी है।