मध्य प्रदेश में आदिवासियों ने जूते-चप्पल लेकर किया प्रदर्शन
सरकारी जूता-चप्पल को उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में फेंक दिया। इनकी मांग थी कि आदिवासियों को इसकी जगह आर्थिक मदद दी जाए।
नई दुनिया, बैतूल। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा तेंदूपत्ता संग्राहकों को बांटे गए जूते-चप्पलों में कैंसर के रसायन होने की बात सामने आने पर शनिवार को आदिवासियों ने मप्र के बैतूल में जूते-चप्पल लेकर प्रदर्शन किया। इसके बाद सरकारी जूता-चप्पल को उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में फेंक दिया। इनकी मांग थी कि आदिवासियों को इसकी जगह आर्थिक मदद दी जाए।
शनिवार को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) सहित सभी आदिवासी संगठन और भीम सेना के नेतृत्व में ग्रामीण अंचलों से आए आदिवासियों ने जिला मुख्यालय पर सरकार से मिले जूते और चप्पल लेकर रैली निकाली और विरोध जताया।
उधर, मप्र के खंडवा में स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को प्रदेश सरकार द्वारा वितरित किए गए जूतों से कैंसर होने के आरोपों को गलत साबित करने के लिए वही जूते पहन लिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आदिवासियों को गुमराह करने का काम कर रही है। जूतों की टेस्टिंग होने के बाद ही इन्हें आदिवासियों में वितरित किया गया है। मैं खुद जूते पहने हूं। इन्हें पहनकर कैबिनेट में भी जाऊंगा।