गोल्ड लोन देने वालों बैंकों के खिलाफ कार्रवाई, कहां हो रही गड़बड़ी? RBI ने खोली पोल
सोने के बदले कर्ज लेने का धंधा जबरदस्त चल रहा है। बैंक व गैर बैकिंग वित्तीय कंपनियों को इस काम में खूब मुनाफा होने की भी खबर है। लेकिन सोमवार को आरबीआइ ने इस कारोबार से जुड़े सभी निगमित संस्थानों को कहा है कि इस पूरी प्रक्रिया में कई तरह का खामियां देखने को आ रही हैं।कर्ज देने में भी बैंक निर्धारित नियमों का पालन नहीं कर रहे
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सोने के बदले कर्ज लेने का धंधा जबरदस्त चल रहा है। बैंक व गैर बैकिंग वित्तीय कंपनियों को इस काम में खूब मुनाफा होने की भी खबर है। लेकिन सोमवार को आरबीआइ ने इस कारोबार से जुड़े सभी निगमित संस्थानों को कहा है कि इस पूरी प्रक्रिया में कई तरह का खामियां देखने को आ रही हैं। आरबीआइ की तरफ से उन खामियों को भी विस्तार से दर्ज कराया गया है जो उसकी नजर में लगातार सामने आ रही है।
ऐसे में केंद्रीय बैंक की तरफ से गोल्ड लोन देने वाले सभी बैंकों व वित्तीय संस्थानों को कहा है कि अगर कोई भी गड़बड़ी होती है तो उसको लेकर क्या कार्रवाई की गई है इसकी विस्तार से जानकारी उसे तीन महीने के भीतर मुहैया कराई जाए।
सोने की ढुलाई के लिए नहीं किया इस्तेमाल साधन
ऐसा नहीं होने पर उक्त बैंकों या वित्तीय संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। आरबीआई ने कहा है कि स्वर्ण आभूषणों के बदले कर्ज देने के मामले में कई तरह की गड़बडि़यां देखी जा रही है। जैसे ग्राहक की अनुपस्थिति में ही उसके आभूषण का मूल्यांकन किया गया है या मूल्यांकन बैंकिग कारेपोंडेंट के स्तर पर ही हो रहा है या सोने की ढुलाई के लिए सुरक्षित साधन का इस्तेमाल नहीं हो रहा है।
एक बडी गड़बड़ी यह भी सामने आई है कि बड़ी संख्या में सोने के बदले लिए गए लोन खाते को बहुत ही कम समय में बंद कर दिया जा रहा है।
लोन का कहां हो रहा इस्तेमाल?
कई मामलों में कुछ ही दिनों में लोन चुकाया जा रहा है। इसका अर्थ यह है कि गोल्ड पर लिए गए लोन का कहीं और इस्तेमाल हो रहा है। आरबीआइ को इस पर भी आपत्ति है। निर्धारित मात्रा से ज्यादा लोन देने या टॉप-अप कर्ज देने में भी बैंक निर्धारित नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।