भारत की कुंडली में बैठा गुरु सफल बनाएगा मोदी की अमेरिका यात्रा
ग्रहों के आधार पर उज्जैन की ज्योतिषाचार्य रश्िम शर्मा बता रही हैं कि मोदी की इस अमेरिकी यात्रा से भारत क्या लाभ होगा।
उज्जैन। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवरात्र के पहले दिन 25 सितंबर को अमेरिका की यात्रा पर निकल रहे हैं। उनकी इस यात्रा पर देश दुनिया की नजरें लगी हैं। इसका एक कारण तो यह है कि जिस अमेरिका ने गुजरात के दंगों का बहाना बनाते हुए उन्हें एक समय वीजा देने से ही इंकार कर दिया था, वही अब उनकी अगवानी का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
मोदी की यह यात्रा इसलिए भी अहम है क्योंकि अभी तक उन्होंने जिन भी वैश्िवक नेताओं के साथ मुलाकात की है, नतीजे भारत के पक्ष में ही रहे हैं। हर समझौत से वह भारत में अधिक निवेश और रोजगार सृजन के अवसर पैदा कर रहे हैं। ऐसे में उज्जैन की ज्योतिषाचार्य रश्िम शर्मा बता रही हैं कि अमेरिका की इस यात्रा से भारत को किन क्षेत्रों में मिल सकता है लाभ।
गुरु के गोचर से होगा लाभ
आजाद भारत की कुंडली कर्क राशि की है, जिसमें गुरू उच्च का होकर गोचर कर रहा है। अमेरिका 4 जुलाई 1776 को आजाद हुआ था। उसकी कुंडली के अनुसार उसकी मकर राशि है। गुरू की सप्तम दृष्िट मकर राशि पर पड़ रही है, जिससे दोनों देशों को लाभ मिलेगा। दोनों देश आर्थिक मंदी से उबरने में कामयाब होंगे। मोदी के लिए यह यात्रा बेहद अहम साबित होगी क्योंकि जिस अमेरिका ने उन्हें वीजा देने से इंकार कर दिया था, वही अगवानी के लिए उतावला दिख रहा है। इससे मोदी की प्रतिष्ठा देश-दुनिया में और बढ़ेगी।
28 सितंबर को होंगे अहम फैसले
मोदी की इस अमेरिका यात्रा में 28 सितंबर का दिन बेहद अहम होगा क्योंकि इस दिन विशाखा नक्षत्र का समय आएगा। गुरु इस नक्षत्र का स्वामी है और वह भारत की कर्क राशि में उच्च का है। ऐसे में उस दिन मोदी जो भी करार करेंगे, इस नक्षत्र के कारण वे अहम साबित होंगे और देश को कई बड़ी सफलताएं मिलेंगी। यात्रा के दौरान बन रही ग्रहों की स्िथति से यह संकेत मिल रहे हैं कि दोनों देशों के बीच व्यापार और सुरक्षा संबंधी बड़ी और चौंका देने वाली संधियां हो सकती हैं। मोदी अमेरिका को अपने पक्ष झुका सकते हैं।
मोदी की कुंडली
नरेंद्र मोदी की राशि वृश्चिक है। इस राशि का स्वामी मंगल अपनी ही राशि में ही स्थित है। वृश्िचक पर गुरु की दृष्िट पड़ रही है। साथ ही, मोदी की कुंडली में चंद्र-मंगल की युति भी है। इस युति के प्रभाव से मोदी ताकतवर और प्रभावशाली बने हुए हैं और अमेरिका यात्रा के बाद वह और भी अधिक ताकतवर हो जाएंगे।