अबूझमाड़: जहां के कई इलाकों में आजतक नहीं पहुंची सूरज की किरण, वहां हुई Marathan में इन्होंने मारी बाजी
Abujhmad Peace marathan: अबूझमाड़ के रहस्य को जानने के लिए पहली बार हुई पीस मैराथन का आयोजन, लखनऊ की डिंपल और केन्या के धावक मोजेस किबोर जीते। विजेताओं को एक-एक लाख रुपये की इनाम राशि दी गई।
नारायणपुर, नईदुनिया। छत्तीसगढ़ के बस्तर में घनघोर जंगलों से घिरे बहाड़ी द्वीप अबूझमाड़ के रहस्य को जानने के लिए गुरुवार को पीस मैराथन (Peace Marathon) का अयोजन किया गया। इस 21 किलोमीटर अबूझमाढ़ पीस मैराथन में केन्या के धावक मोजेस किबोर और लखनऊ की डिंपल ने पहला स्थान हासिल किया। देशभर के 19 राज्यों से करीब पांच हजार धावकों ने इस मैराथन में हिस्सा लिया था। विजेताओं को एक-एक लाख रुपये की इनाम राशि दी गई।
अबूझमाड़ एक ऐसी जगह है, जहां के कुछ दुर्गम इलाकों में आज तक कोई इंसान नहीं पहुंच पाया। घनघोर जंगलों वाली इस घाटी के बारे में कहा जाता है कि यहां सूरज की रोशनी भी नहीं पहुंच पाती। इसी रहस्यमयी द्वीप में नक्सलियों का भी राज चलता है। इसी अबूझमाढ़ में आयोजित पीस मैराथन का उद्देश्य देश-दुनिया को यहां की खूबसूरती और यहां स्थापित होती शांति से परिचित कराना था।
मैराथन में केन्या के दो धावक शामिल हुए थे। जिनमें से मोजेस किबोर ने पुरुष वर्ग में पहला स्थान हासिल किया। वहीं महिला वर्ग में फर्स्ट रनरअप महाराष्ट्र की शीतल रहीं। इस आयोजन में बस्तर पुलिस की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही। बस्तर कमिश्नर, आइजी, दंतेवाड़ा कलेक्टर, सुकमा एसपी, स्थानीय विधायक समेत कई अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की इस दौरान उपस्थिति रही।