शाहरुख से मिलने की दिवानगी ने इस पाकिस्तानी को पहुंचाया जेल, फिर भी नहीं पूरी हुई हसरत
हैरानी वाली बात यह है कि यह पाकिस्तानी नागरिक फिल्म अभिनेता शाहरुख खान से मिलने चुपके से भारत आया था।
नई दिल्ली (एएनआइ)। फिल्म अभिनेता शाहरुख खान से मिलने की चाहत में एक पाकिस्तानी युवक बिना पासपोर्ट और वीजा से भारत आ गया। यहां वह पकड़ा गया। उसे एक साल बाद जेल से रिहा किया गया है। हैरानी वाली बात यह है कि यह पाकिस्तानी नागरिक फिल्म अभिनेता शाहरुख खान से मिलने चुपके से भारत आया था।
बुधवार को अब्दुल्ला शाह नाम के इस पाकिस्तानी को भारत से वाघा-अटारी बॉर्डर से भेजा गया। अब्दुल्ला ने बताया कि वह अटारी-वाघा बॉर्डर पर रिट्रीट समारोह देखने 2017 में आया था। समारोह खत्म होने के बाद वह जीरो लाइन क्रॉस करके भारत आ गया।
शाहरुख खान से मिलने का है जुनून
वह शाहरुख खान का बहुत बड़ा फैन है। बचपन से ही उसकी तमन्ना थी कि वह उनसे मिले। इसी जुनून में वह बिना पासपोर्ट और वीजा से भारत आ गया और यहां पकड़ा गया। उसे जेल भेज दिया गया था।
बोला शाहरुख से मिलने फिर आएगा भारत
अब्दुल्ला ने बताया कि वह स्वात घाटी के भिंगोरा का रहने वाला है। वह जेल में रहने के बाद भी उसका शाहरुख से मिलने का जुनून कम नहीं हुआ है। उसे दुख है कि वह उनसे नहीं मिल सका। उसने बताया कि वह अब भी शाहरुख से मिलना चाहता है और वह फिर से भारत आएगा ताकि अपने चहेते फिल्मी सितारे से मिल सके।
10 साल जेल में रहने के बाद एक औऱ युवक को वापस भेजा जाएगा पाकिस्तान
साजिश और धोखाधड़ी करने सहित विभिन्न आरोपों में भोपाल जेल में 10 साल की सजा काटने के बाद करांची के 40 वर्षीय मोहम्मद इमरान वारसी को भी आज उसके वतन पाकिस्तान भेजा जाएगा। उसे वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तान के अधिकारियों को सौंपा जाएगा। सॉफ्टवेयर इंजिनियर हामिद निहाल अंसारी (33) के पाकिस्तान की जेल में छह साल रहने के बाद अपने वतन भारत लौटने के करीब एक हफ्ते बाद इमरान वारसी को उसके वतन में भेजा जाएगा।
भोपाल स्थित शाहजहांनाबाद इलाके के नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) नागेन्द्र कुमार पटेरिया ने शनिवार को बताया था कि हमें इमरान वारसी को 26 दिसंबर को वाघा सीमा पर भेजना है। वहां कानूनी प्रक्रिया करने के बाद उसे पाकिस्तानी अधिकारियों के हवाले कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि डिस्ट्रिक्ट फॉरेन रजिस्ट्रेशन आफिसर और भोपाल के पुलिस अधीक्षक धर्मवीर यादव के कार्यालय ने शाहजहांनाबाद पुलिस स्टेशन को पत्र और दस्तावेज सौंपे हैं, ताकि इमरान वारसी को वापस भेजे जाने का रास्ता साफ किया जा सके।