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आत्मनिर्भर भारत: केंद्र ने उत्तर प्रदेश में 5 लाख से अधिक AK-203 असाल्ट राइफलों को बनाने की अनुमति दी

इस कदम के साथ 7.62 X 39 मिमी कैलिबर AK-203 राइफल्स तीन दशक पहले शामिल इन-सर्विस INSAS राइफल की जगह लेगी। सरकार के अनुसार AK-203 राइफलें आतंकवाद और आतंकवाद विरोधी अभियानों में भारतीय सेना की परिचालन प्रभावशीलता को बढ़ाएगी।

By Nitin AroraEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 12:20 PM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 12:20 PM (IST)
आत्मनिर्भर भारत: केंद्र ने उत्तर प्रदेश में 5 लाख से अधिक AK-203 असाल्ट राइफलों को बनाने की अनुमति दी
आत्मनिर्भर भारत: केंद्र ने उत्तर प्रदेश में 5 लाख से अधिक AK-203 असाल्ट राइफलों को बनाने की अनुमति दी

नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्र सरकार ने AK-203 असाल्ट राइफलों को बनाने की अनुमति यूपी में दे दी है। एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, देश में रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए, केंद्र ने उत्तर प्रदेश के कोरवा (अमेठी) में पांच लाख से अधिक AK-203 असाल्ट राइफलों के उत्पादन की योजना को मंजूरी दी है।

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इस कदम के साथ, 7.62 X 39 मिमी कैलिबर AK-203 राइफल्स तीन दशक पहले शामिल इन-सर्विस INSAS राइफल की जगह लेगी। सरकार के अनुसार, AK-203 राइफलें आतंकवाद और आतंकवाद विरोधी अभियानों में भारतीय सेना की परिचालन प्रभावशीलता को बढ़ाएगी।

इसके अलावा, यह परियोजना विभिन्न एमएसएमई और अन्य रक्षा उद्योगों को कच्चे माल और घटकों की आपूर्ति के लिए व्यावसायिक अवसर प्रदान करेगी, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

यह परियोजना इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) नामक एक विशेष प्रयोजन के संयुक्त उद्यम द्वारा कार्यान्वित की जाएगी। यह भारत के तत्कालीन ओएफबी [अब एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (एडब्ल्यूईआईएल) और मुनिशन इंडिया लिमिटेड (एमआईएल)] और रूस के रोसोबोरोनएक्सपोर्ट (आरओई) और चिंता कलाश्निकोव के साथ बनाया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि यह रक्षा अधिग्रहण में खरीद (वैश्विक) से मेक इन इंडिया में लगातार बढ़ते प्रतिमान को दर्शाता है। यह प्रयास रूस के साथ साझेदारी में किया जाएगा और रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच गहरी होती साझेदारी को भी दिखाता है।


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