आमिर खान अपने गांव में देखें प्रेम और सद्भाव : भाजपा
फिल्म अभिनेता आमिर खान के भारत में असहिष्णुता के राग पर कायम रहने के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों और फिल्म जगत के लोगों का उनके पक्ष और विपक्ष में बयान देना लगातार चौथे दिन भी जारी रहा।
नई दिल्ली। फिल्म अभिनेता आमिर खान के भारत में असहिष्णुता के राग पर कायम रहने के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों और फिल्म जगत के लोगों का उनके पक्ष और विपक्ष में बयान देना लगातार चौथे दिन भी जारी रहा। भाजपा ने उन्हें अपने पैतृक गांव जाकर लोगों के बीच प्रेम और सद्भाव देखने की नसीहत दी तो तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने आमिर का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें जो महसूस हो वह कहना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। कांग्रेस के जयपाल रेड्डी ने आमिर का खुले दिल से समर्थन किया।
गुरुवार को लखनऊ में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने आमिर खान को असहिष्णु भारत के बयान पर नसीहत दी कि वह अपने हरदोई स्थित पैतृक गांव अखतियारपुर जाकर देखें लोग कितने प्रेम और सद्भाव से रहते हैं। अखतियारपुर के लोगों को आमिर के आने का इंतजार है।
उन्होंने कहा कि आमिर ने बहुत कम उम्र में पैतृक गांव छोड़ दिया और बॉलीवुड से जुड़ गए। लेकिन उनके गांव के लोगों की अभी भी गंगा-जमुनी तहजीब में आस्था है। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि जब भी उनकी कोई फिल्म रिलीज होने वाली होती है वह इस तरह की चर्चाओं में शामिल हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि आमिर ने भारत पर गर्व होने की अच्छी बात कही है। लेकिन भारत ऐसा देश नहीं है कि उनके मन में ऐसा कोई ख्याल भी आए। उन्हें ऐसे ख्याल मन में नहीं लाने चाहिए।
ममता ने कहा, सबका है भारत :
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कोलकाता में कहा कि किसी को अधिकार नहीं है कि वह किसी को देश से बाहर या पाकिस्तान जाने को कहे। यह देश सबका है। उन्होंने कहा कि आमिर खान ने जो भी महसूस किया वह कहा। यह उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। उन्होंने हिंदुत्व वादी संगठनों पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी को हक नहीं है कि वह किसी के बीफ खाने पर उसकी हत्या कर दे।
सफाई देने की जरूरत नहीं : कांग्रेस
कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी ने आमिर के समर्थन में कहा है कि आमिर को अपनी सफाई में कुछ कहने की जरूरत नहीं है। अपनी फिल्मों में देशभक्ति की भूमिकाएं निभाते रहे हैं। वहीं शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में आमिर का समर्थन करने पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर तंज कसा है। शिवसेना का कहना है कि पवार का जनभावनाओं से कोई सरोकार नहीं रह गया है।
फिल्म जगत में भी प्रतिक्रियाएं जारी :
अभिनेता से नेता बने शॉटगन शत्रुघ्न सिन्हा ने पटना में आमिर के बयान का जमकर विरोध करते हुए कहा कि वह भारत को असहिष्णु देश होने के लेबल को स्वीकार नहीं करते। उन्होंने कहा कि उनका देश शुरू से ही शांतिप्रिय देश है। शत्रुघ्न ने ट्वीट करके कहा, 'हमारी मातृभूमि शुरुआत से ही हर जाति, धर्म, वर्ग के लोगों को प्रेम, आदर और शांति देती रही है।' दूसरी ओर, फिल्म अभिनेता ऋतिक रोशन ने आमिर के समर्थन में कहा कि इतने विरोध के बावजूद आमिर ने बहुत ही सधे तरीके से अपनी प्रतिक्रिया दी है।
एक जज ने भी किया समर्थन :
मद्रास हाईकोर्ट के एक जज जस्टिस डी. हरिपरनथमन ने असहिष्णुता पर आयोजित एक सम्मेलन में आमिर का समर्थन करते हुए कहा कि उनका अपनी पत्नी किरण राव के साथ हुई बातचीत को सबके सामने रखने में कोई बुराई नहीं है। अभिनेता ने सिर्फ अपनी स्तब्धता और आश्चर्य जाहिर किया है।