एक नई पहल! हैदराबाद मेट्रो ने की कोचों को ओजोन से सैनेटाइज करने की शुरुआत, ऐसा करने वाली यह भारत की पहली मेट्रो रेल बनी
एलएंडटी मेट्रो रेल (हैदराबाद) लिमिटेड (एल एंड टीएमआरएचएल) ने भारत में एक नई पहल की है जिसमें हैदराबाद मेट्रो ने अपने ट्रेन के डिब्बों की ओजोन-आधारित स्वच्छता की शुरुआत की है। ऐसा करने वाली यह भारत की पहली मेट्रो रेल बन गई है।

हैदराबाद, आइएएनएस। एलएंडटी मेट्रो रेल (हैदराबाद) लिमिटेड (एल एंड टीएमआरएचएल) ने भारत में एक नई पहल की है, जिसमें हैदराबाद मेट्रो ने अपने ट्रेन के डिब्बों की ओजोन-आधारित स्वच्छता की शुरुआत की है। ऐसा करने वाली यह भारत की पहली मेट्रो रेल बन गई है। मेट्रो सुविधाएं हमेशा से साफ-सुथरी रहीं हैं, वहीं कोविड-19 महामारी आने के बाद से मेट्रो का प्रतिदिन सैनेटाइजेशन किया जा रहा है। हैदराबाद मेट्रो यात्रियों के भरोसे को बढ़ाने के मकसद से तीन पोर्टेबल ओजिकेयर मोबिजोन यूनिट के जरिये कोच को सैनेटाइज करना शुरु किया है।
सुरक्षित यात्रा अब ओजोन सैनेटाइजेशन के साथ
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते देशभर में स्वच्छता का खास ध्यान रखा जा रहा है। ऐसे में कोविड-19 महामारी के दौरान सुरक्षित यात्रा के लिए हैदराबाद मेट्रो की कोचों को ओजोन सैनेटाइजेशन किया जाएगा। समुचित दिशानिर्देशों के अनुसार, अस्पतालों, स्वास्थ्य क्षेत्र, खाद्य प्रसंस्करण संयंत्रों में पानी को संक्रमणरहित करने में ओजोन का भरपूर इस्तेमाल किया जाता है। इसके जरिये वायु और सतह को सैनेटाइज किया जाता है।
हैदराबाद मेट्रो रेल गत कुछ माह से कई मेट्रो कोच को सैनेटाइज करने में ओजिकेयर मोबिजोन उपकरण का परीक्षण कर रहा था और सैनेटाइज किये जाने के बाद, एनएबीएल से मान्यताप्राप्त लैब में इसके गुणों की जांच की जाती थी।
हैदराबाद मेट्रो के प्रबंध निदेशक ने बताया
हैदराबाद मेट्रो के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी के वी बी रेड्डी ने कहा कि ओजिकेयर मोबिजोन उपकरण कोच में मौजूद हवा और सतह पर पाए जाने वाले 99 फीसदी रोगाणुओं को खत्म करने में सक्षम है। इसी आधार पर हैदराबाद मेट्रो इनका इस्तेमाल अब कोच को सैनेटाइज करने में कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह रणनीतिक फैसला है।
हैदराबाद मेट्रो रेल की प्रत्येक ट्रेन में तीन कोच हैं और प्रत्येक कोच में इस उपकरण को रखा जाता है। आपको बता दें कि ओजोन एक आक्सीडाइजिंग एजेंट है और इसी कारण वह बहुत अच्छा सैनेटाइजेशन टूल है। ओजोन गैस के रूप में होता है, इसी कारण यह अत्यंत छोटे छिद्रों में भी जाकर उसे सैनेटाइज कर देता है। इस उपकरण के इस्तेमाल के बाद कोच को पानी से साफ करने की जरूरत नहीं होती है।

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