नए संसद भवन का 28 मई को होगा उद्घाटन, इन विशेष मेहमानों को किया गया आमंत्रित; देखें पूरी लिस्ट
सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि 28 मई को होने वाले नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए निमंत्रण देश भर के विभिन्न नेताओं को भेजा गया है जिनमें क्रमशः लोकसभा और राज्यसभा के पूर्व अध्यक्ष और सभापति शामिल हैं।
नई दिल्ली, एएनआई। नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए देश भर के विभिन्न नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है, जिनमें लोकसभा और राज्यसभा के पूर्व अध्यक्ष और सभापति शामिल हैं। दोनों सदनों के सांसदों को भी निमंत्रण भेजा गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला 28 मई को नए संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
नए संसद भवन के उद्घाटन में इन लोगों को किया गया आमंत्रित
- सूत्रों के मुताबिक, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी मुख्यमंत्रियों को निमंत्रण भेजा जा चुका है।
- दोनों सदनों के मौजूदा सदस्यों के अलावा लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा के पूर्व सभापति को भी निमंत्रण भेजा गया है।
- राज्यसभा के वर्तमान उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह के रविवार को समारोह में शामिल होने की संभावना है।
- इसके अलावा, भारत सरकार के सभी मंत्रालयों के सचिवों को भी निमंत्रण भेजा गया है।
- नए संसद भवन के मुख्य वास्तुकार बिमल पटेल और प्रतिष्ठित उद्योगपति रतन टाटा को भी आमंत्रित किया गया है।
नए संसद भवन के निर्माण का किस कंपनी को मिला ठेका?
टाटा प्रोजेक्ट्स ने नए संसद भवन के निर्माण का ठेका हासिल किया था, जो केंद्र की सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजनाओं का एक हिस्सा था। टाटा प्रोजेक्ट्स ने लार्सन एंड टुब्रो को पछाड़ा था। टाटा प्रोजेक्ट्स ने 861.9 करोड़ रुपये में इस परियोजना को पूरा करने की पेशकश की थी।
राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति जारी कर सकते हैं बधाई संदेश
सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर बधाई संदेश जारी करने की संभावना है। फिल्मी सितारों और खिलाड़ियों सहित कुछ प्रमुख हस्तियों को भी निमंत्रण भेजा गया है।
उद्घाटन समारोह के दौरान लोकसभा अध्यक्ष द्वारा एक भाषण दिया जाएगा। पीएम मोदी के भी इस अवसर पर भाषण देने की उम्मीद है। संसद के सभी सदस्य नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में बैठेंगे, जिसमें 800 से अधिक लोग बैठ सकते हैं। यह वही कक्ष है जिसका उपयोग बजट सत्र और ऐसे अन्य अवसरों के दौरान संयुक्त संसदीय अभिभाषण के लिए किया जाएगा। नया संसद भवन आत्मनिर्भर भारत की भावना का प्रतीक है।
नए संसद भवन का निर्माण क्यों किया गया?
- संसद का वर्तमान भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ था, जो अब लगभग 100 साल पुराना होने जा रहा है।
- इस भवन में वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप स्थान का अभाव अनुभव किया जा रहा था।
- दोनों सदनों में सांसदों के बैठने की सुविधाजनक व्यवस्था का भी अभाव था, जिससे सदस्यों की कार्यकुशलता प्रभावित हो रही थी।
- उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए, लोकसभा और राज्यसभा दोनों ने प्रस्ताव पारित कर सरकार से संसद के लिए एक नई इमारत बनाने का आग्रह किया।
- नतीजतन, 10 दिसंबर 2020 को संसद के नए भवन का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया।
- नवनिर्मित संसद भवन को गुणवत्तापूर्ण निर्माण के साथ रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है।
- अब संसद का नवनिर्मित भवन, जो भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक मूल्यों को और समृद्ध करने का काम करेगा, अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है जो सदस्यों को अपने कार्यों को बेहतर ढंग से करने में मदद करेगा।
- नए संसद भवन से 888 सदस्य लोकसभा में बैठ सकेंगे।
लोकसभा चैंबर में होगा दोनों सदनों का संयुक्त सत्र
संसद के वर्तमान भवन में लोक सभा में 543 जबकि राज्य सभा में 250 सदस्यों के बैठने का प्रावधान है। भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए संसद के नवनिर्मित भवन में लोकसभा में 888 सदस्यों और राज्य सभा में 384 सदस्यों की बैठक की व्यवस्था की गई है. दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा चैंबर में होगा।