कुल देवता को खुश करने के लिए पिता ने दी 10 साल के बेटे की बलि
छत्तीसगढ़ में सिमगा के पास के गांव रिंगनी में शुक्रवार सुबह एक निर्दयी और अंधविश्वासी पिता ने अपने कुल देवता को खुश करने के लिए अपने 10 वर्षीय बेटे की बलि चढ़ा दी।
सिमगा। छत्तीसगढ़ में सिमगा के पास के गांव रिंगनी में शुक्रवार सुबह एक निर्दयी और अंधविश्वासी पिता ने अपने कुल देवता को खुश करने के लिए अपने 10 वर्षीय बेटे की बलि चढ़ा दी।
पुलिस के अनुसार सिमगा से 8 किमी दूर ग्राम रिंगनी निवासी श्रवण कुमार सतनामी (45) ने अपने पुत्र लाकेश्वर उर्फ बोचकू (10) को शुक्रवार तड़के 4-5 बजे शौच कराने की बात कहकर उठाया और गांव के तालाब में ले गया। आरोपी पिता ने तालाब में पहुंचकर बेटे के तालाब में बने पचरी में कई बार उठा-उठाकर पटका। जिससे बच्चा तड़पने लगा। इसके बाद आरोपी ने उसका गला दबा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद आरोपी पिता बेटे को कंधे पर उठाकर घर ले जा रहा था। जिसे गांव के द्वारिका प्रसाद ने देखा। द्वारिका के पूछने पर आरोपी ने टेटका (गिररिट) के काटने से बच्चे की मौत की बात कही।
घटना की जानकारी गांव वालों को होने पर सभी उसके घर पहुंचे। बच्चे की मौत को संदिग्ध मानते हुए द्वारिका ने मामले की सूचना सिमगा थाने में दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उनके कुल देवता (गोडरैय्या) को उनके परिवार में बलि देने की प्रथा थी। जो कुछ समय से बंद थी। देवता लगातार सपने में आकर मांग करते थे।
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