फिर बना चक्रवाती दबाव, मध्य भारत में भारी बारिश का अलर्ट, यूपी बिहार में वज्रपात से 50 की मौत
मौसम विभाग ने कहा है कि पश्चिम तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट से दूर पश्चिम बंगाल की खाड़ी के बड़े क्षेत्र में एक चक्रवाती दबाव बना है जिससे कई इलाकों में भारी बारिश होगी...
नई दिल्ली, एजेंसियां/जेएनएन। बीते दिनों दो चक्रवातों के बाद एकबार फिर तूफान जैसी परिस्थितियां बन रही हैं। मौसम विभाग ने कहा है कि पश्चिम तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट से दूर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती दबाव बना है। यह चक्रवाती दबाव (cyclonic circulation) समुद्र में 7.6 किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है। मौसम विभाग ने कहा है कि इससे अगले चार-पांच दिनों के दौरान मध्य भारत और उसके आस पास के कई हिस्सों में भारी से ज्यादा भारी बारिश की आशंका है। वहीं शनिवार को देश के कई हिस्सों में हुई तेज बारिश के बीच वज्रपात कहर बनकर टूटा। इससे बिहार में 29 और उत्तर प्रदेश में 21 लोगों की मौत हो गई।
दिल्ली एनसीआर में झमाझम, बिहार में 29 की मौत
दिल्ली एनसीआर के इलाकों में उमस ने बहुत परेशान किया लेकिन रविवार तड़के जोरदार बारिश हुई। बिहार के भोजपुर में शनिवार को नौ, सारण में पांच, सासाराम व भभुआ में तीन-तीन, पटना, जहानाबाद व औरंगाबाद में दो-दो तथा सहरसा, गया, बक्सर जिले में एक-एक लोगों की मौत हो गई। वहीं, उत्तर प्रदेश में बिजली गिरने से कम से कम 28 लोगों के झुलस गए हैं। प्रयागराज में आठ, मिर्जापुर में पांच, भदोही में तीन, कौशांबी व जौनपुर में दो-दो और सोनभद्र में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
प्रयागराज में छह की मौत
प्रयागराज के यमुनापार के कोरांव क्षेत्र के गांवों में वज्रपात की चपेट में आने से छह लोगों की मौत हो गई। करीब दर्जन भर लोग झुलस गए।मौसम विभाग का दावा है कि सोमवार से 10 जुलाई तक दिल्ली में सामान्य बारिश होने के आसार हैं। स्काईमेट के प्रमुख मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने बताया कि मानसून रेखा दिल्ली में 7 जुलाई से और भी ज्यादा सक्रिय हो सकती है, जिससे ठीक-ठाक बारिश होने के आसार हैं। शनिवार तक मानसून रेखा उत्तरी राजस्थान में मौजूद थी, जिससे वहां पर बारिश हो रही है।
मुंबई में भारी बारिश से जलभराव
मुंबई समेत महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों में शनिवार को दूसरे दिन भी मूसलधार बारिश हुई। इससे जगह-जगह जलभराव की समस्या पैदा हो गई है। कई पेड़ उखड़ गए हैं और घरों की दीवारें गिर गई हैं। मुंबई के उपनगरीय इलाकों और उसके पड़ोसी ठाणे में 100 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के मुताबिक दक्षिण मुंबई के कोलाबा क्षेत्र में सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक 66 मिलीमीटर बारिश हुई। सांताक्रुज इलाके में 111.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। ठाणे-बेलापुर औद्योगिक संगठन क्षेत्र में भी 116 मिलीमीटर बरसात हुई है।
असम में बाढ़ से दो की मौत
असम के 18 जिले भीषण बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। बाढ़ से और दो लोगों की मौत हो गई है और 10.75 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा है कि मोरीगांव और तिनसुकिया जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। राज्य में अब तक बाढ़ से 61 लोगों की मौत हुई है और 24 लोगों की मौत भूस्खलन से हुई है।
फिर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र
वहीं मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बंगाल की खाड़ी पर बना यह चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र आंध्र प्रदेश और ओडिशा के दक्षिणी हिस्सों पर प्रभावी है। यह भारी से ज्यादा भारी बारिश कराएगा। यही नहीं उत्तरी-पूर्वी राजस्थान पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दिख है। पूर्वी उत्तर प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पहले से ही सक्रिय है जिसकी वजह से पूर्वी मध्य प्रदेश से होते हुए विदर्भ तक एक ट्रफ बन रही है। वहीं गुजरात के दक्षिणी भागों पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अब सक्रिय हो रहा है जिससे व्यापक बारिश संभव है।
मुंबई में आज भी भारी बारिश का अलर्ट
मुंबई में आइएमडी के उप महानिदेशक केएस होसलीकर ने ट्वीट किया, 'मुंबई समेत उत्तरी कोंकण क्षेत्र में अगले 24 घंटे में कहीं भारी तो कहीं अत्यधिक भारी बरसात होगी।' यही नहीं उत्तरी कोंकण गोवा और दक्षिणी गुजरात में भारी बारिश संभव है। दक्षिणी कोंकण गोवा, तटीय कर्नाटक और उत्तरी केरल में मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं। पूर्वोत्तर भारत, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में भी कुछ स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं। बिहार में भी बारिश का दौर जारी रह सकता है। मुंबई में बारिश का दौर जारी रहेगा। तेज हवाओं के चलते ऊंची लहरें उठने के चलते मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।